इलेक्ट्रिशियन ने रची ज्वाइंट कमिश्नर के घर लूट की साजिश

तक्षशिला कालोनी में लूट के प्रयास की वारदात का पुलिस ने किया खुलासा

 लूट की वारदात करने वाले आठ बदमाशों को पुलिस ने दबोचा 

मेरठ। थाना मेडिकल क्षेत्र की तक्षशिला कालोनी में  गत 15 अप्रैल को ज्वाइंट कमिश्नर के घर कोरियर ब्वॉय बनकर लूट के इरादे से घुसे बदमाशों को पुलिस ने 8 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मामले में 8 आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।

लूट की साजिश का मुख्य आरोपी ज्वाइंट कमिश्नर के घर का इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर निकला। जिन्होंने घर में काम करने के दौरान पूरी रैकी की थी। इसके बाद ढाई महीने तक वारदात का प्लान बनाकर इसे अंजाम दिया। लेकिन ज्वाइंट कमिश्नरी की पत्नी और बेटे की हिम्मत के आगे बदमाशों का प्लान फेल हो गया। वो लूट नहीं कर पाए खाली हाथ लौटना पड़ा।

 पुलिस लाइन के सम्मेलन कक्ष में मीडिया को जानकारी देते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि 15 अप्रैल को तक्षशिला कालोनी में ज्वाइंट कमिश्नर के घर पर दोपहर में लूट करने का प्रयास किया गया है। स्वॉट और सीओ सिविल लाइन की टीम पूरे मामले की जांच में लगी थी। पूरे मामले में पुलिस ने 8 लोगों को अरेस्ट किया है।इसमें मुख्य आरोपी घर का इलेक्ट्रिशियन ललित और उसका रिश्तेदार कपिल जो प्लंबर है वो दोनों निकले हैं। ये ज्वाइंट कमिश्नर के बेटे को ड्राइविंग भी सिखाते थे। कपिल और ललित ने मिलकर ढाई महीने पहले लूट की साजिश रची थी। कुछ दिन पहले ही ज्वाइंट कमिश्नर ने ये घर बनाया था। तब ये दोनों घर में काम करने आए थे। ज्वाइंट कमिश्नर का घर होने के कारण इनको अंदेशा था कि घर में 10-15 करोड़ रुपया होगा।

ढाई महीने पहले रची थी साजिश

इसके बाद इन दोनों ने इस घर में लूट करने का प्लान बनाया। इस प्लान में मनीष जो पहले जेल जा चुका है। उससे संपर्क किया। मनीष से ललित, कपिल ने लूट के लिए लड़के मांगे। मनीष ने इसमें अपने कुछ साथियों मनीष, विक्की, कुणाल, हर्ष सोलंकी को मिलाया और लूट की योजना बनाई।

15 अप्रैल से पहले 2 बार लूट को आए

एसपी सिटी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने सबसे पहले 21 मार्च को मकान की रैकी की थी। ये उसी दिन घटना को सुबह-सुबह अंजाम देना चाहते थे। लेकिन उस दिन मनीष का फोन नहीं उठा तो प्लान फेल हो गया। इसके बाद इसके बाद 26 मार्च को सभी पीवीएस मॉल के पास मिले वहां पूरा प्लान बनाकर लूट करने गए लेकिन फेल हो गए। फिर तीसरी बार में 15 अप्रैल को लूट की डेट तय की थी।

कोरियर ब्वॉय बनकर ली एंट्री

15 अप्रैल को मनीष, विक्की, हर्ष सोलंकी और कुणाल चारों शास्त्रीनगर में मिलते हैं। ये चारों 12 बजे के आसपास ज्वाइंट कमिश्नर के घर के आसपास इंतजार करते हैं। फिर दोपहर 2 बजे के आसपास विक्की और मनीष कोरियर ब्वॉय बनकर ज्वाइंट कमिश्नर के घर में तमंचा लेकर एंट्री करते हैं। घर के बाहर हर्ष, कुणाल इंतजार करते रहते हैं। बाकी दो लोग घर मे ंअंदर जाते हैं।

नहीं कर सके लूट

ज्वाइंट कमिश्नर की पत्नी ने एक लुटेरे को पकड़कर उसके हाथ में काट दिया और शोर भी मचा दिया। वहीं ज्वाइंट कमिश्नर के बेटे ने खुद को कमरे में बंद करके पुलिस को बता दिया था। इसके कारण लुटेरे लूट नहीं कर पाए और वो घर से बाहर निकलकर बाइक से भागे। इसमें मनीष की अपाचे बाइक भी थी।

मनीष को छोड़कर सभी नए लड़के

पुलिस छानबीन में केवल मनीष का क्राइम रिकार्ड मिला है। मनीष थाना खुर्जा बुलंदशहर से पहले जेल जा चुका है। बाकी सभी लोगों का कोई क्राइम रिकार्ड नहीं है। वहीं इनके साथ रवि, कल्लू, कुलदीप फरार हैं जिनके लिए पुलिस की 2 टीमें तलाश में लगी हैं।

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