गणितीय विज्ञान में कम्प्यूटेशनल और सैद्धांतिक प्रगति तथा उनके अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय,के गणित विभाग द्वारा आईएफटीएम विश्वविद्यालय, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के सहयोग से "गणितीय विज्ञान में कम्प्यूटेशनल और सैद्धांतिक प्रगति तथा उनके अनुप्रयोगों" पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 21 मार्च से 22 मार्च 2025 तक किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य गणितीय अनुसंधान की नवीनतम प्रगति, उनके अनुप्रयोग और गणित के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर चर्चा करना था।
राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की शुरुआत सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों के स्वागत से हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ देवी माँ सरस्वती की पूजा और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति , जो इस राष्ट्रीय सम्मेलन की मुख्य संरक्षक भी हैं, ने सम्मेलन को संबोधित किया और इसके सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएँ दीं। डीन साइंस प्रोफेसर जयमाला ने अपने स्वागत भाषण में सम्मेलन के महत्व और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात, राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक प्रोफेसर मुकेश कुमार शर्मा ने सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि पूरे सम्मेलन में कुल दो सत्र होंगे, जिनमें 15 से अधिक शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। इसके बाद, अनुसंधान एवं विकास निदेशक ने विश्वविद्यालय की वैश्विक शैक्षणिक एवं अनुसंधान उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने हमारे विश्वविद्यालय के NAAC स्कोर और वैश्विक रैंकिंग के बारे में भी जानकारी दी। सम्मेलन में मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस. सी. अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में गणितीय अनुसंधान की समसामयिक चुनौतियों और उनके समाधान की संभावनाओं पर चर्चा की। उनके पश्चात प्रोफेसर अनिल कुमार वशिष्ठ, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा ने गणित के महत्व, विभिन्न देशों द्वारा गणित में किए गए निवेश और उनके सीखने के परिणामों पर प्रकाश डाला।
इसके बाद, राष्ट्रीय सम्मेलन के संरक्षक एवं प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में सम्मेलन के सफलतापूर्वक आयोजन की शुभकामनाएँ दीं।
सम्मेलन में प्रोफेसर कपिल कुमार शर्मा, साउथ एशियन यूनिवर्सिटी, दिल्ली ने मुख्य भाषण दिया। उन्होंने "विलक्षण रूप से परेशान करने वाली समस्याएँ: चुनौतियाँ और निवारण" विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने वास्तविक जीवन की समस्याओं में गणितीय सन्निकटन (approximation) के अनुप्रयोगों पर विशेष जोर दिया। सम्मेलन में दो प्रस्तुतिकरण सत्र आयोजित किए गए, जिनमें विभिन्न विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों से आए 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुल 15 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें गणितीय मॉडलिंग, कम्प्यूटेशनल गणित और सैद्धांतिक गणित के विविध विषयों को कवर किया गया।
सम्मेलन के अध्यक्ष प्रोफेसर शिव राज सिंह ने अपने समापन भाषण में सभी प्रतिभागियों, अतिथियों और आयोजन समिति के सदस्यों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। राष्ट्रीय सम्मेलन के सुचारू संचालन में डॉ. संदीप कुमार (आयोजन सचिव) और डॉ. सरू कुमारी (आयोजन सचिव) की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही। सम्मेलन के सफल समापन के साथ सभी प्रतिभागियों ने गणितीय विज्ञान में नवीन अनुसंधान को और अधिक प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस आयोजन ने शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और विद्यार्थियों को एक मंच प्रदान किया, जहाँ उन्होंने गणित के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर चर्चा की।
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