विश्व गौरैया दिवस पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में पक्षी अवलोकन अभियान
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि के प्राणि विज्ञान विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नीलू जैन गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम ने गुरूवार दोपहर तपोवन के "परिसर वन" में पक्षियों का अवलोकन किया। यह अभियान विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य पक्षियों की घटती संख्या और उनके संरक्षण की आवश्यकता को समझना था।
प्रो. नीलू जैन गुप्ता ने बताया कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में 80% से अधिक हरियाली होने के कारण, यह क्षेत्र शहर के अन्य भागों की तुलना में पक्षियों के लिए अधिक अनुकूल है। उन्होंने कहा कि "विश्वविद्यालय परिसर में पक्षियों की गतिविधियों का अधिकारिक रूप से अध्ययन आवश्यक है, ताकि उनके संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें।" इस उद्देश्य से आज छात्रों की एक टोली के साथ अध्ययन की पहल की गई।
छात्रों की टोली में अनित कुमार, शुभम शर्मा, वैष्णवी भारद्वाज, वाणी त्यागी, विशाखा, सबा, मोहित और तनु शामिल थे। इस अध्ययन के दौरान पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों की पहचान की गई और उनके व्यवहार को रिकॉर्ड किया गया।
ऋतु बदलाव के आधार पर अध्ययन जारी रहेगा
अवलोकन के दौरान परिसर में पक्षियों के विभिन्न प्रकार के आवागमन को दर्ज किया गया। इस दौरान खींचे गए फोटोग्राफ्स और रिपोर्ट को ऋतु परिवर्तन के आधार पर आगे अध्ययन के लिए संकलित किया गया है।
प्रो. नीलू जैन गुप्ता ने कहा कि "पक्षी पर्यावरण के महत्वपूर्ण संकेतक (इंडिकेटर) होते हैं। इनके अध्ययन से हम पर्यावरणीय बदलावों और जैव विविधता पर पड़ने वाले प्रभावों को समझ सकते हैं।" उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय में इस तरह के अध्ययन से छात्रों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे भविष्य में इस दिशा में और योगदान दे सकेंगे।
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