मेरठ समेत आसपास के जिलों से शायर और कवियों ने की शिरकत
मेरठ।हम ख़याल फाउंडेशन के तत्वावधान में लिसाड़ी गेट चौपाले पर रविवार को प्रमुख समाजसेवी एवं सपा महानगर अध्यक्ष हाजी आदिल चौधरी के आवास पर मुशायरा बयाद-ए-होशियार मेरठी का आयोजन कराया गया। इसमें मेरठ समेत आसपास के शहरों से शायर ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में शायर होशियार मेरठी को खिराज-ए-अकीदत पेश की गई। मुशायरे में विभिन्न शहरों से आए शायरों, अतिथियों को सम्मानित भी किया गया।
मुशायरे की शुरूआत शमा रोशन करके मुख्य अतिथि पंकज कुमार सिंह, हाजी आदिल चौधरी, आफाक अहमद, इरशाद बेताब ने की। कार्यक्रम के आयोजक-संयोजक प्रमुख समाजसेवी हाजी आदिल चौधरी रहे। संचालन इरशाद बेताब एडवोकेट ने और अध्यक्षता असरार उल हक किठौरवी ने की। मोहम्मद जकी तारिक ने शुरूआत की। उनके बाद शाहिद चौधरी ने शायर होशियार मेरठी के बारे में बताते हुए उनके कलाम भी पढ़े। हम जिससे बिगड़ते है फिर उसका नाम नहीं लेते.... हूं तो दीवाना मगर होशियार कहलाता हूं आदि के जरिए होशियार मेरठी को खिराज-ए-अकीदत पेश की।
मुख्य अतिथि पंकज कुमार सिंह और विशिष्ठ अतिथि कांग्रेस नेता चौधरी यशपाल सिंह रहे। कार्यक्रम में शरीक हुए शायरों, कवियों में युसूफ गाजी, डॉ. मुकर्रम अदना, अभय कुमार अभय, जहीर राही मुरादाबादी, जमशेद माहिर, कादिर किठौरवी, जमाल डमडम रहे। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सलीम अहमद को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आफताब अहमद, अनीस रईस कैंची, मोहम्मद सलीम सैफी, हाजी अखतर आलम, आफताब आलम, जावेद गाजी, जीशान, हाजी इमरान, शकील भारती, इरफान भारती, हाजी महमूद, अंत में सभी अतिथियों, मेहमानों का शुक्रिया हाजी आदिल चौधरी ने अदा किया। संचालनकर्ता इरशाद बेताब ने बताया कि हाजी आदिल चौधरी ने मेरठ के गुमनाम शायरों को सूचीबद्ध कराते हुए हर महीने शायरों की स्मृति में मुशायरा-कवि सम्मेलन की शुरुआत की थी, जिसे आज दो साल पूरे हो गए।
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