कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने मेटा के साथ साझेदारी की घोषणा की
मेरठ। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने दो पहलों के शुभारंभ के लिए आज मेटा के साथ साझेदारी की घोषणा की है। ये पहल हैं- स्किल इंडिया मिशन के लिए एक एआई असिस्टेंट और वर्चुअल रियलिटी और मिक्स्ड रियलिटी में 5 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करना। इसके तहत, स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल पर शिक्षार्थियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए मेटा के ओपन-सोर्स लामा मॉडल द्वारा संचालित एक अभिनव एआई-आधारित चैटबॉट विकसित किया जाएगा।
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कहा, मेटा के ओपन-सोर्स एआई मॉडल को भारत के एआई इकोसिस्टम के लिए सुलभ बनाकर हम भारत के एआई मिशन के अनुरूप एक सहयोगी ई-गवर्नेंस फ्रेमवर्क की कल्पना करते हैं। इस फ्रेमवर्क के तहत बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को तेजी से आगे बढ़ाने की क्षमता वाले प्रभावशाली एआई समाधानों को अपनाने के प्रयासों में तेजी लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा, हैदराबाद, बेंगलुरु, जोधपुर, चेन्नई और कानपुर में स्थित राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों में 5 उत्कृष्टता केंद्र कायम किए जाएंगे। ये केंद्र शिक्षार्थियों और प्रशिक्षकों को सुरक्षित और बेहतर वातावरण में मौजूदा कौशल सीखने और बढ़ाने के लिए नवीनतम वीआर तकनीक से लैस करेंगे। श्री चौधरी ने कहा, मंत्रालय में हमारा मिशन भारत के युवाओं को आज के प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल के साथ और मजबूत बनाना है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और मिक्स्ड रियलिटी जैसी तकनीकों को स्किल इंडिया इकोसिस्टम के साथ जोड़ते हुए हमारी कोशिश है कि देश के सभी युवाओं के लिए लर्निंग से संबंधित अत्याधुनिक तकनीकों को पहुँचाया जाए। आज मेटा के साथ हमारी साझेदारी इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मेटा इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और हैड ऑफ पब्लिक पॉलिसी शिवनाथ ठुकराल ने कहा, मेटा में हम भारत के आर्थिक विकास के लिए सार्थक प्रभाव पैदा करने के लिहाज से एआई, वीआर और एमआर जैसी अग्रणी तकनीकों का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ ये साझेदारी तकनीक और शिक्षा के बीच के फासले को दूर करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। ओपन-सोर्स लामा जैसी उन्नत तकनीकों के इंटीग्रेशन के माध्यम से हमारा लक्ष्य न केवल छात्रों, बल्कि शिक्षकों और उद्यमियों को भी सशक्त बनाना है, और उन्हें आज की डिजिटल-प्रथम दुनिया में कामयाब होने के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस करना है।’’ एआई असिस्टेंट पर साझेदारी का उद्देश्य सूचना पहुँच को सुव्यवस्थित करना, सीखने के परिणामों में सुधार करना और छात्रों को सहज डिजिटल इंटरफ़ेस के माध्यम से सहज सहायता प्रदान करना है। 5 उत्कृष्टता केंद्र रियलिस्टक सिमुलेशन भी प्रदान करेंगे, जुड़ाव में सुधार करेंगे और कौशल विकास प्रशिक्षण तक पहुँच बढ़ाएँगे।
स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल आज देश के कौशल संबंधी ईको सिस्टम की आधारशिला बन गया है, जिसमें लाखों छात्र अपनी रोजगार क्षमता में सुधार करने के उद्देश्य से पाठ्यक्रमों तक पहुँच बना रहे हैं। एआई चैटबॉट के लॉन्च के साथ, एमएसडीई और मेटा मिलकर पाठ्यक्रम सामग्री के साथ छात्रों के जुड़ाव और उनके फ्यूचर रेडी होने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। एआई असिस्टेंट प्रोजेक्ट के लिए टैक्नीकल पार्टनर सर्वम, चैटबॉट के विकास और तैनाती के लिए जिम्मेदार होगा, जिसे छह महीने की अवधि में पायलट किया जाएगा। चैटबॉट, जिसे एसआईडी पोर्टल में एकीकृत किया जाएगा, उपयोगकर्ताओं को 24/7 सहायता प्रदान करेगा, जिससे पाठ्यक्रम की जानकारी की त्वरित खोज, पाठ्यक्रम सामग्री के लिए इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर और संशोधन के लिए व्याख्यान सारांश और प्रासंगिक वीडियो तक पहुंच संभव होगी।
व्हाट्सएप पर उपलब्ध, चैटबॉट अंग्रेजी, हिंदी और हिंग्लिश के साथ-साथ आवाज संबंधी क्षमताओं को सपोर्ट करेगा, जिससे यह भारत भर के विभिन्न प्रकार के उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सुलभ हो जाएगा। इसके अलावा, उपयोगकर्ता विशिष्ट पाठ्यक्रम विषयों की खोज कर सकते हैं, कौशल केंद्र तलाश सकते हैं, स्थान और रुचि के आधार पर नौकरी लिस्टिंग का पता लगा सकते हैं और निरंतर सुधार के लिए फीडबैक प्राप्त कर सकते हैं। चैटबॉट प्लेटफॉर्म को और अधिक अनुकूलित करने के लिए एमएसडीई को मूल्यवान विश्लेषण भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए तकनीकी साझेदार स्किलवेरी, शिक्षार्थियों और प्रशिक्षकों को नवीनतम तकनीक से लैस करने के लिए अत्याधुनिक वीआर और एमआर रिसोर्सेज, पाठ्यक्रम और प्रशिक्षित पेशेवर प्रदान करेगा।
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