रेलवे की लापरवाही से गायब हुए 1100 कमल पुष्प

टाटा नगर से मंगाए गए फूल पांच दिन बाद डिलीवर नहीं ,मंदिर का रूका श्रंगार 

मेरठ। इंडियन रेलवे  की लेटलतीफी और लापरवाही के कारण 1100 दुर्लभ कमल पुष्प सड़ गए। जो कमल पुष्प मेरठ में माता के मंदिर की सजावट के लिए खासतौर पर मंगाए गए थे वो फूल 5 दिन में भी डिलिवर नहीं हुए हैं। इसके कारण नवरात्र में मातारानी के मंदिर में विशेष सजावट नहीं हो पाई है। वहीं मां का 1100 कमलपुष्पों से विशेष कमल श्रृंगार होना था जो नहीं हो पाया है।

 सम्राट पैलेस के पास जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित माता राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी का विशेष मंदिर हैं। मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा स्वयं शंकराचार्य जी ने आकर की थी। मंदिर में इस नवरात्र भगवती का कमल पुष्प श्रृंगार होना था। इसके लिए मंदिर के महंत राधिकानंदन सरस्वती ने खासतौर पर कमल पुष्प बुक किए थे। ये कमल के फूल टाटानगर से दिल्ली निजामुद्दीन आना था। निजामुद्दीन से ये कमल के फूल मेरठ लाए जाते।लेकिन ऑर्डर करने 5 दिन बाद भी फूल निजामुद्दीन नहीं पहुंचे हैं। क्योंकि टाटानगर से दिल्ली तक फूलों को भारतीय रेलवे ने अब तक नहीं पहुंचाया है। मंदिर के महंत राधिकानंदन सरस्वती ने बताया कि 4 अक्टूबर को टाटानगर से रेलवे के माध्यम से फूलों का ऑर्डर भेजा गया था। लेकिन वो फूल अब तक दिल्ली नहीं आए।कमल पुष्प दो कार्टंस में भरकर रेलवे से भेजे गए। अब तक फूल हमें मिले नहीं हैं। फूल कहां हैं किस हालत में हैं कुछ अता, पता नहीं हैं। 5 दिन गुजरने के बाद फूल अब तक सड़ चुके होंगे।ब्रहमचारी जी के अनुसार ये 1100 कमल के फूल 28हजार रुपए कीमत के हैं। जो विशेष रूप से पूजन के लिए मंगाए गए थे। दिल्ली में इन फूलों की कीमत 70हजार रुपए थी इसलिए इन्हें टाटानगर से मंगाया था। लेकिन फूल कहां है पता नहीं।

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