सुभारती विवि को मिला राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान संस्थान का अवार्ड

मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विवि
को शिक्षा व विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु नई दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस कार्यक्रम के तहत भागीदारी जन सहयोग समिति द्वारा पंजाब एंड सिंध बैंक नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान संस्थान के अवार्ड से सम्मानित किया गया।

इसके साथ ही सुभारती लॉ कॉलेज के डीन प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय व डॉ. रीना विश्नोई को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार सुभारती लॉ कॉलेज से ही डॉ. ऐना सिसोदिया व डॉ. आफरीन अल्मास को मिला।

राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान मुख्य अतिथि भागीदारी जन सहयोग समिति के मुख्य संरक्षक व कुलपति साउथ एशिया यूनिवर्सिटी प्रो.के.के.अग्रवाल एवं सेक्रेट्री जनरल विजय गौड़ ने सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति डॉ.स्तुति नारायण कक्कड़ की गरिमामयी उपस्थिति में सुभारती विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज के डीन प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय को प्रदान कर सम्मानित किया।

सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने हर्ष प्रकट करते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मान सुभारती विश्वविद्यालय के आदर्शों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के भाव से देशहित में कार्य कर रहा है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज ने हर्ष प्रकट करते हुए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों में कौशल विकास के गुण स्थापित कर रहा है। जिसमें विशेष रूप से आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के आत्मनिर्भर भारत के सपने को आत्मसात करने की दिशा में प्रतिबद्धता से कार्य किये जा रहे है।

राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित सुभारती लॉ कॉलेज के डीन प्रो. डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने भागीदारी जन सहयोग समिति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा संस्कृति, पर्यावरण, सामाजिक एकता, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, चिकित्सा एवं विधि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किये जा रहे है। इसी क्रम में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के सहयोग से सुभारती लॉ कॉलेज के विधिक विशेषज्ञ निःशुल्क कानूनी सहायता क्षेत्रवासियों को उपलब्ध करा रहे है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रहा है।

भागीदारी जन सहयोग समिति के अध्यक्ष  विजय गौड़ ने कहा कि शिक्षक  समाज का प्रतिनिधि है, इसलिए किसी देश के विकास में शिक्षा और सीखने के साथ-साथ अच्छे नैतिक मूल्यों विकसित करना उनसे आपेक्षित है।  उन्होंने कानूनी शिक्षा को सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बताते हुए देश के शैक्षणिक संस्थानों को भागीदारी जन सहयोग समिति के कानूनी शिक्षा राष्ट्रीय जागरूकता अभियान से जुड़ने का सभी से आग्रह किया।

कार्यक्रम में देश के 14 संस्थानों के प्रमुख एवं उनके वरिष्ठ फैकल्टी मेंबर को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देशभर के शिक्षाविद, मीडिया जगत, सामाजिक व प्रशासनिक गणमान्य  व्यक्ति उपस्थित रहें।

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