कोलकाता रेप केस
पूर्व प्राचार्य का खुला राज, एक आलीशान बंगला,दो फ्लैट व कार जांच में मिले
कोलकाता ,एजेंसी।कोलकाता रेप केस मामले में आरोपों से घिरे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय शुक्रवार को पूर्व प्रिंसिपल के कई ठिकानों की तलाशी ली थी। उसमें संदीप घोष के दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग में एक आलीशान बंगला मिला है और दो फ्लैट की जानकारी मिली है। इसक अतिरिक्त संदीप घोष का कोलकाता के बेलेघाटा चार मंजिला आवास भी है। इस आवास पर ईडी के अधिकारियों को गैरेज में एक बिल्कुल नई एसयूवी भी मिली है।
बता दें कि कोलकाता रेप मामले में पूर्व प्रिंसिपल की भूमिका की सीबीआई जांच कर रही है। वहीं, आरजीकर मामले में वित्तीय अनियमितता के मामले की सीबीआई के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय भी जांच कर रही है।बेलेघाटा आईडी अस्पताल से सटी एक इमारत के केयरटेकर के अनुसार, दोनों नए पहचाने गए फ्लैट घोष के हैं। केयरटेकर ने संकेत दिया कि संदीप घोष ने भूतल पर एक फ्लैट को कार्यालय के रूप में और तीसरे मंजिल पर दूसरे फ्लैट का उपयोग किया।
कथित तौर पर संदीप घोष इन फ्लैटों में कभी-कभार ही जाते थे। पार्किंग क्षेत्र में नई एसयूवी लगी हुई थी। इसे लगभग 3-4 महीने पहले खरीदा गया था। संदीप घोष को कभी-कभी इस वाहन का उपयोग करते देखा गया है। हालांकि इन फ्लैटों पर कोई पहचान वाली नेमप्लेट नहीं हैं।ईडी के अधिकारियों का कहना है कि संदीप घोष ने अपनी पहचान छुपाने के लिए जानबूझकर इन फ्लैटों पर अपना नाम दर्ज कराने से परहेज किया। नई खोजी गई संपत्तियां संदीप घोष के मुख्य निवास, बालाजी निवास से पैदल दूरी पर है। केंद्रीय एजेंसी संदीप घोष की संपत्तियों की निकटता और संख्या से हैरान हैं। इसके अतिरिक्त, संदीप घोष का कैनिंग में एक आलीशान बंगला भी है, जिसमें एक बड़ा बगीचा और एक स्विमिंग पूल है।
2 सितंबर को, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में संदीप घोष को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है। यह जांच पिछले महीने अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के बाद हुई है।ईडी ने भी शुक्रवार को पूरे पश्चिम बंगाल में घोष से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी करते हुए जांच शुरू की है। कोलकाता और उसके उपनगरों में नौ स्थानों पर छापेमारी की। प्रिंसिपल के रूप में संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय कदाचार की जांच की जा रही है।
बता दें 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद सीबीआई और ईडी दोनों के नेतृत्व में इन वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू हुई।
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