2 सितंबर से 15 तक जनपद में चलाया जाएगा कुष्ठ रोगी खोजी अभियान
अभियान से जुड़े लोगों को दिया दो दिवसीय चिकित्सा प्रशिक्षण
मेरठ। आगामी दो सितंबर से 15 तक आयोजित होने वाले कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के लिए मंगलवार को सीएमओ कार्यालय के सभागार में जिला कुष्ठ अधिकारी डा. राजबाला तोमर ने ट्रेनर के रूप में अभियान से जुड़े शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया।
जिला कुष्ठ अधिकारी डा. राजबाला तोमर ने बताया अभियान जनपद मेरठ में आशाओं की टीमों द्वारा स्वयं सेवकों द्वारा घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी जिससे नए कुष्ठ रोगी को समय रहते खोजा जा सके जिससे रोगी को तुरंत उपचारित किया जा सके परिणाम स्वरूप उसे विकलांगता से भी बचाया जा सके इस अभियान में 4217 टीमों का गठन किया गया हैं। इस टीम में एक पुरुष व एक महिला वर्कर कार्य करेगें। तथा व अपनी रिपोर्ट अपने इंचार्ज के माध्यम से जिला कुष्ठ अधिकारी को प्रेषित करेगें।
उन्होंने बताया कि यह रोग त्वचा, परिधीय तंत्रिकाओं और आंखों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। कुष्ठ रोग बचपन से लेकर बुढ़ापे तक सभी उम्र के लोगों में होता है। कुष्ठ रोग का इलाज संभव है और प्रारंभिक अवस्था में उपचार से विकलांगता को रोका जा सकता है। कुष्ठ रोग अनुपचारित मामलों के साथ निकट और लगातार संपर्क के माध्यम से फैलता है।
कुष्ठ रोग के लक्षण 5 वर्ष के भीतर में दिख सकते हैं, लेकिन उत्पन्न होने में 20 साल या उससे भी अधिक का समय लग सकता है। यह रोग आमतौर पर त्वचा पर घाव और परिधीय तंत्रिका भागीदारी के माध्यम से प्रकट होता है। इस मौके पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की एमओआईसी मौजूद रहे।
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