अतिक्रमण के खिलाफ योगी सरकार का बड़ा एक्शन

 वाराणसी में जमीदोज किए जा रहे 2 बड़े होटल

 हालात को तनावपूर्ण होता देख भारी पुलिस बल  तैनात 

 वाराणसी ।  वाराणसी विकास प्राधिकरण ने अवैध होटलों के खिलाफ नोटिस प्रक्रिया के बाद अब ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी कड़ी में वरुणा नदी के किनारे बने होटल रिवर पैलेस और बनारस कोठी को वीडीए की टीम जब ध्वस्तीकरण करने पहुंची तो होटल मालिक ने अपने घर की महिलाओं को आगे कर इस करवाई को रोकने की कोशिश की।  एक सप्ताह पहले वीडीए ने इन दोनों होटल के मालिक को नोटिस देते हुए खाली करने का आदेश दिया था। जब बात नहीं बनी तो होटल के बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया। ऐसे में रविवार को  वीडीए की टीम ने दोनों होटल को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तंग कालोनी में बने इस दोनों होटलों को तोड़ने में लगभग 4 से 5 दिन लग सकते हैं। वहीं हालात तनावपूर्ण देख मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

 वाराणसी में कैंटोनमेंट इलाके के बुध विहार कालोनी में रेजिडेंशियल प्लांट पर बने 5 मंजिला दो बड़े होटल को वीडीए ने नोटिस देने के बाद आज तोड़ने की करवाई शुरू की। जब वीडीए की टीम अवैध बने इन दोनों होटलों पर करवाई के लिए पहुंची तो होटल मालिक ने विरोध करना शुरू किया। यहीं नहीं खुद को मुसलमान होने की बात करते हुए यह भी कहा कि मेरे पास होटल सम्बन्धित हर विभाग के एन ओ सी मौजूद है फिर भी मेरा होटल गिराया जा रहा है, जबकि आसपास बने अन्य होटलों के पास कोई दस्तावेज नहीं है फिर भी उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा। होटल के मालिक मोहम्मद फारूक ने कहा कि बनारस कोठी और होटल रिवर पैलेस मेरे पिता और भाई के नाम से है। 1999 और 2012 ग्रीन बेल्ट के तहत हमने होटल का नक्शा पास किया गया है। इसके बाद भी हम मुस्लिम होने के नाते हमारे ऊपर कारवाई की जा रही है। पिछली रात में विभाग के द्वारा नोटिस दिया गया और आज तो जमीदोज करने का आदेश दिया गया है।

बताया जा रहा है कि वाराणसी कैंटोनमेंट इलाके में अवैध बने इन दो बने होटलों पर करवाई के लिए खुद वीडीए के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग अपने दल बल के साथ पहुंचे। जिसके बाद अभी होटलों के ऊपरी हिस्सो में मजदूरों की मदद से डिमोलेशन का काम शुरू कर दिया गया है। पुलकित गर्ग ने बताया कि इस दोनों होटलों के संचालक को पिछले सप्ताह में अलग-अलग नोटिस भेजा गया। यह लोग 90 कमरे का दो बड़ा होटल अवैध रूप से संचालित करा रहे थे।  इससे पहले 2016 में इन दोनों होटलों को डेमोलेशन का आदेश जारी किया गया था। जिसके बाद इन लोगों ने उच्च्याधिकारियो के यहां अपील की थी, लेकिन इनकी अपील खारिज हो गयी। जिसके बाद 2017-18 में जब वीडीए की टीम सीलिंग का करवाई करने पहुँची तो इनके द्वारा महिलाओँ को आगे कर हंगामा किया गया। जिस पर इसके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी। यह लोग बीते 5 से 6 सालों के अवैध रूप से होटल बना कर उसे संचालित कर धन उगाही कर रहे है। इन्हें पिछले सप्ताह भी नोटिस दिया गया और इन पर FIR दर्ज कराई गई। इन्हें पहले ही नोटिस दे दिया गया है और आज से डेमोलेशन की करवाई शुरू कर दी गयी है।  इसके साथ ही अन्य होटल जो अवैध रूप से संचालित हो रहे उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है।

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