स्वास्थ्य के क्षेत्र में तरक्की: 

रोबोट असिस्टेड प्रक्रिया के जरिए मिनिमली इनवेसिव सर्जरी मे क्रांति 

मैक्स सुपर  हॉस्पिटल  में रोबोटिक सर्जरी व लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर आशीष गौतम इस लेख के राइटर हैं

मेरठ ।मॉडर्न मेडिकल क्षेत्र में लगातार प्रगति हो रही है जिससे सर्जरी की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं, मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है और उनके लिए रिजल्ट अच्छे आ रहे हैं. इसी तरह की एक नई प्रक्रिया है रोबोट असिस्टेड सर्जरी यानी रोबोट की मदद से की जाने वाली सर्जरी, जिसने मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया के पूरे दृष्टिकोण को ही बदल दिया है. इस लेख में रोबोटिक सर्जरी से जुड़ी जटिलताओं, इसकी प्रगति, अलग-अलग मामलों में इसके जरिए इलाज, इस प्रक्रिया के लाभ, चुनौतियों और भविष्य में इसकी भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी गई है.

रोबोट असिस्टेड सर्जरी का आगाज़:

 रोबोट असिस्टेड सर्जरी की शुरुआत 20वीं सदी के आखिर में हुई, और जटिल मामलों से जुड़ी प्रक्रियाओं में रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। बीते वर्षों में इस तकनीक में काफी बदलाव आए हैं,थ्री-डायमेंशनल विजन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे तकनीकी एडवांसमेंट हुए हैं जिनकी मदद से अभूतपूर्व तरीके से सर्जिकल क्षमताओं में बढ़ोतरी हुई है। दा विंची सर्जिकल सिस्टम से लेकर एडवांस इमेजिंग तौर-तरीकों और हैप्टिक फीडबैक जैसे बदलाव इसमें शामिल किए गए हैं, जिससे रोबोट की मदद से की जाने वाली सर्जरी में तेजी से सकारात्मक लाभ मिल रहे हैं।

सभी तरह के मामलों में सक्षम:

 रोबोटिक सर्जरी की सीमाएं अपार हैं, इससे जटिल से जटिल मामलों में मरीज की कंडीशन के हिसाब से सर्जरी की जा सकती है। काम्प्लेक्स हर्निया के इलाज में ये प्रक्रिया सबसे प्रभावी हथियार बन गई है क्योंकि इसमें आसपास के अंगों को कम से कम नुकसान पहुंचता है और बहुत ही सटीक तरीके से ये सर्जरी पूरी कर ली जाती है।इसी तरह से वजन घटाने की सर्जरी के मामलों में रोबोट असिस्टेड स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी ऐवं R&Y गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी भी काफी तेजी से प्रचलित हो रही है। इससे मरीजों की कम समय में रिकवरी हो जाती है और ऑपरेशन के बाद उन्हें कम परेशानी होती है. सभी तरह की विशिष्ट सर्जिकल प्रक्रियाओं जैसे ऑन्को सर्जरी, कार्डियक सर्जरी, सामान्य सर्जरी, यूरोलॉजी, स्त्री रोग और मॉडर्न हेल्थकेयर में रोबोट असिस्टेड सर्जरी का रोल काफी अहम है।

रोबोट असिस्टेड सर्जरी के लाभ: 

रोबोट असिस्टेड सर्जरी अपनाने से मरीजों और सर्जनों दोनों को ही लाभ मिलता है। रोबोटिक आर्म्स की मदद से संवेदनशील संरचनाओं का भी बहुत ही सटीकता से ऑपरेशन कर लिया जाता है और ऑपरेशन से जुड़े खतरे कम होते हैं और इलाज के रिजल्ट बेहतर होते हैं।क्योंकि ये प्रक्रियाएं मिनिमली इनवेसिव होती हैं इसलिए सर्जरी के दौरान शरीर में छोटे चीरे लगते हैं, खून की हानि कम होती है, ऑपरेशन के बाद दर्द कम होता है, अस्पताल में कम समय रुकना पड़ता है और मरीजों की जल्दी रिकवरी होने लगती है। बेहतर विज़ुअलाइज़ेशन और उपकरण एर्गोनॉमिक्स के साथ, सर्जन मुश्किल प्रक्रियाओं को भी पूरी कुशलता से कर सकते हैं, वो कम थकान महसूस करते हैं और इससे ओवरऑल पूरी सर्जरी बेहतर रहती है.

चुनौतियां और विचार: रोबोटिक सर्जरी के कई फायदों के बावजूद, इससे जुड़ी चुनौतियां और विचार भी हैं. रोबोटिक सिस्टम को लगाने और इसके रखरखाव से जुड़े खर्च इस सिस्टम के उपयोग में रुकावट पैदा करते हैं।

इसके अलावा प्रक्रिया में सटीकता और मरीज की सुरक्षा की दृष्टि से डॉक्टरों के लिए रोबोट असिस्टेड तकनीक की लर्निंग और ट्रेनिंग प्रोग्राम की भी जरूरत पड़ती है. साथ ही, मरीज के चुनाव, स्वास्थ्यी देखभाल संबंधी असमानताओं और रोबोटिक तकनीक तक सभी की बराबर पहुंच में कमी जैसे मुद्दों को भी एड्रेस करने की जरूरत है।

भविष्य की संभावनाएं और इनोवेशन: रोबोट असिस्टेड सर्जरी तकनीक में लगातार इनोवेशन और एडवांसमेंट हो रहे हैं और होने हैं. आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रिएलियी और टेलीप्रेज़ेंस जैसी उभरती तकनीक रोबोटिक सिस्टम की क्षमताओं को बढ़ाने, रिमोट सर्जरी, रियल टाइम सपोर्ट और पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट स्ट्रैटेजी में सहयोग कर रही हैं. इसके अलावा, इस क्षेत्र में जो रिसर्च चल रही हैं उनसे माइक्रोसर्जरी, न्यूरोसर्जरी में सहायता मिलेगी। जैसे 

जैसे ये तकनीक मैच्योर होती जाएगी और लोगों को उपलब्ध होती रहेगी, सर्जरी के क्षेत्र में निश्चित रूप से ही बड़ा बदलाव आएगा।

निष्कर्ष: रोबोट असिस्टेड सर्जरी की प्रैक्टिस ने शानदार बदलाव किए हैं जिसमें अभूतपूर्व सटीकता और सेफ्टी के साथ मरीजों का इलाज किया जाता है और उसके सफल परिणाम आते हैं. एक साधारण शुरुआत से लेकर आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल की आधारशिला के रूप में अपनी वर्तमान स्थिति तक, रोबोट असिस्टेड सर्जरी ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों को मुश्किल से मुश्किल मामले के इलाज की आजादी दे रही है. जैसे-जैसे इस क्षेत्र में इनोवेशन हो रहे हैं, इससे जुड़ी ट्रेनिंग और उपलब्धता जैसी चुनौतियों का समाधान तलाशने की भी जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दूर-दराज के मरीज या सामाजिक आर्थिक रूप से कमजोर मरीज भी रोबोट रोबोट असिस्टेड सर्जरी से इलाज पा सकें. हम एक ऐसे भविष्य की कामना कर रहे हैं जहां मरीज की सर्जरी बेहद सुरक्षित, असरदार और मानवीय हो।

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