एनएसई ने एसएसई पर आयोजित किया अपना दूसरा बड़ा कार्यक्रम

मेरठ। स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया ने आज भारत मंडपम नई दिल्ली में सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर अपना दूसरा बड़ा कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, सेबी और एनएसई प्रतिनिधियों, सामाजिक उद्यमों, प्रभावशाली निवेशकों और विभिन्न गैर-लाभकारी संगठनों सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। गणमान्य लोगों में तरुण कपूर (प्रधान मंत्री के सलाहकार), डॉ. आर बालासुब्रमण्यम (सलाहकार समिति के अध्यक्ष, सोशल स्टॉक एक्सचेंज, सेबी), कमलेश चंद्र वाष्र्णेय (पूर्णकालिक सदस्य, सेबी), वेद मणि तिवारी (सीईओ, एनएसडीसी), अजय यादव (आईएएस, संयुक्त सचिव, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार), लीना कुमार (वित्त मंत्रालय, भारत सरकार) और श्रीराम कृष्णन (चीफ बिजनेस डवलपमेंट ऑफिसर) ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने वित्तीय वर्ष 2019 के अपने बजट भाषण के दौरान सोशल स्टॉक एक्सचेंज की अवधारणा को पेश करते हुए भारत के वित्त मंत्री द्वारा बताए गए विजन का उल्लेख किया। उन्होंने आगे बताया कि सेबी के मार्गदर्शन में एनएसई ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे भारत में कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। हमारा मुख्य लक्ष्य हितधारकों को शिक्षित करना और उनसे जुड़ना, इस प्लेटफॉर्म के लिए अधिक सहयोग जुटाना और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना है। बेंगलूरु में हमारे पहले आयोजन की सफलता के बाद हम आज यहां अपने दूसरे आयोजन की मेजबानी करने के लिए उत्साहित हैं। यह सेमिनार हमारे सभी हितधारकों, विशेष रूप से एनपीओ के लिए बहुत आशाजनक हैं। यह उनके काम को प्रदर्शित करने, संभावित दाताओं और प्रभावशाली निवेशकों से जुड़ने और अपने सामाजिक प्रभाव को अधिकतम करने के लिए सुझाव हासिल करने के लिए एक मंच देता है। एनएसई सोशल स्टॉक एक्सचेंज की सफलता सुनिश्चित करने में सक्रिय रहा है। ई-आईपीओ, क्षमता निर्माण कार्यक्रम और स्पेशल पिच सैशन जैसी पहलों का उद्देश्य एनपीओ को सशक्त बनाना और उनके धन उगाहने के प्रयासों को सुविधाजनक बनाना है। सेबी द्वारा निर्देशित एसएसई ढांचा धन उगाहने, पारदर्शिता और प्रभाव माप के लिए एक संरचित तंत्र प्रदान करता है, जिससे सामाजिक क्षेत्र में विश्वास और दक्षता बढ़ती है।

सेबी के सोशल स्टॉक एक्सचेंज की सलाहकार समिति के अध्यक्ष चीफ गेस्ट डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम के विशेष संबोधन से सेमिनार की शुरुआत हुई, जिन्होंने समावेशी विकास और वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने में एसएसई की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए दिन की चर्चाओं की शुरुआत की। इसके साथ ही सेबी के पूर्णकालिक सदस्य, मुख्य अतिथि श्री कमलेश चंद्र वाष्र्णेय ने उद्घाटन भाषण दिया, जिन्होंने एसएसई के विकास को आगे बढ़ाने वाले नियामकीय समर्थन और विजन पर जोर दिया।

‘सोशल स्टॉक एक्सचेंज (एसएसई)ः सामाजिक उद्यमों को सशक्त बनाना और सामाजिक प्रभाव के लिए साझेदारी को मजबूत करना’, ‘सामाजिक प्रभाव को बढ़ावा देनाः सोशल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से परिणाम-आधारित परोपकार का लाभ उठाना’ और ‘प्रभाव को आंकनारू सामाजिक निवेश के पैमाने और मूल्यांकन’ जैसे विषयों पर केंद्रित पैनल चर्चाओं ने हितधारकों के बीच संवाद और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान किया। विशेषज्ञ वक्ताओं ने अपने दृष्टिकोण, सर्वाेत्तम तरीकों और सफलता की कहानियां साझा कीं तथा उपस्थित लोगों को समाज की भलाई के लिए एसएसई की शक्ति का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।

अपनी स्थापना के बाद से भारत में सोशल स्टॉक एक्सचेंज ने 65 एनपीओ पंजीकरण और एनएसई-एसएसई प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध 8 एनपीओ के साथ उत्साहजनक प्रगति देखी है। इन आठ सूचीबद्ध एनपीओ ने सफलतापूर्वक 11 करोड़ रुपए से अधिक का फंड जुटाया है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरणीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम से भारत में सामाजिक वित्त और प्रभाव निवेश के लिए एक मजबूत ईकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा है। एनएसई निरंतर नवाचार और सहयोगी प्रयासों के माध्यम से एनपीओ और सामाजिक उद्यमों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। सोशल स्टॉक एक्सचेंज (एसएसई) के साथ सामाजिक प्रभाव को बढ़ावा देनेश्के विषय पर सेमिनार फाइनेंशियल सिस्टम के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हितधारकों के सामूहिक संकल्प और समर्पण का प्रमाण है। एनएसई इस गति को बनाए रखने और अधिक न्यायसंगत और स्थाई भविष्य की ओर यात्रा के लिए तत्पर हैं।

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