मेडा बैठक
शहर की शीलकुंज समेत 32 निजी कॉलोनी निगम के हैंडओवर
एक लाख लोगों को होगा फायदा, अर्द्धनिर्मित समाजवादी फ्लैटों की होगी प्री-बिड मीटिंग, 300 करोड़ रुपये मूल्यांकन
13 एसटीपी एसटीपी का आधुनिकीकरण, उसके बाद निगम को हैंडओवर
12 जून को प्री-बिड बैठक आयोजित की जाएगी
मेरठ। मंडलायुक्त सभागार में सोमवार को मेडा अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में मेड़ा की 126वीं बोर्ड बैठक हुई। बैठक में मेडा स्वीकृत शीलकुंज और एटुजेड समेत 32 निजी कॉलोनियों को नगर निगम के हैंडओवर किया गया।
इन कॉलोनियों के निगम की हस्तांतरित होने से करीब एक लाख की आबादी लाभान्वित होगी। अब इन कॉलोनियों में नगर निगम की तरफ से विकास कार्य कराए जाएंगे, बाकी निजी कॉलोनियों को भी हैंड ओवर करने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए। विभिन्न आवासीय कॉलोनियों में संचालित 13 सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को 31 दिसंबर तक आधुनिकीकरण के बाद निगम को हैंडओवर करने पर सहमति बनी। कई कॉलोनियों में अर्द्धनिर्मित 1451 समाजवादी और लोहिया आवासों की बिक्री के लिए भी बोर्ड ने अपनी मुहर लगा दी। इन आवासों का 300 करोड़ रूपये मूल्यांकन किया गया है। और 12 जून को प्री -बिड बैठक आयोजित की जाएगी। इसके अलावा बोर्ड बैठक में लैंड मोनेटाइजेशन के तहत तैयार करीब 1600 प्लॉटों के ले-आउट को भी स्वीकार कर लिया गया। आपत्तियों के बाद इन प्लॉटों की ब्रिकी प्रक्रिया के लिए इसे बोर्ड में रखा जाएगा। बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री शहरीकरण विकास योजना के तहत 150 हेक्टेयर जमीन खरीद का लक्ष्य मिला था।
10 बस शेल्टरों का शहर में होगा निर्माण
अब तक 100 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था हो चुकी है। अध्यक्ष सेल्या कुमारी जे. ने बाकी 50 हेक्टेयर जमीन खरीदे जाने का लक्ष्य दिया। बैठक में गगोल में डिजिटल संग्राहलय बनाने, हस्तिनापुर में नेचर ट्रेल विकसित करने, वेदव्यासपुरी आवासीय योजना की मेन रोड की कनेक्टिविटी के लिए चार से पांच गाटों की खरीद करने के साथ ही रिंग रोड का निर्माण जल्द करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा श्रद्धापुरी फेस-2 में इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिग स्टेशन के लिए 1000 वर्गमीटर जमीन चिन्हित करने और दस बस शेल्टर बनाने के भी निर्देश दिए गये ।
नगर निगम करेगा कॉलोनियों का विकास
मेडा से स्वीकृत 32 कॉलोनियों के विकास की जिम्मेदारी अब नगर निगम की रहेगी। विकासकर्ताओं ने कॉलोनियों में आंतरिक विकास कार्य पूरा करके मेहर से पूर्णता प्रमाणपत्र पहले ही हासिल कर लिया था। अब इन कॉलोनियों में नगर निगम ही विकास कार्य कराएगा और टैक्स वसूली करेगा। इन कॉलोनियों के हैंडओवर होने से करीब एक लाख लोग लाभान्वित होंगे। पिछली बोर्ड बैठक में 24 निजी कॉलोनियों को नगर निगम के हैंडओवर किया गया था।
बैठक में मेडा वीसी अभिषेक पांडेय, सीडीओ नूपुर गोयल, नगर आयुक्त अमित शर्मा, मेडा सचिव आनंद कुमार सिंह, ओएसडी रंजीत सिंह, मुख्य नगर नियोजक विजय कुमार सिंह, संयुक्तनिदेशक नीलेश कटियार के अलावा बोर्ड मेंबर डॉ. चरण सिंह लिसाड़ी और वर्षा कौशिक आदि रहे। उधर, मेडा वीसी ने बताया कि परतापुर हवाई पट्टी से प्रभावित 53 प्लॉट और 14 डबल आवंटन वाले आवंटियों को लैंड मोनेटाइजेशन के तहत तैयार 1600 प्लाटों में से 67 प्लॉट आवंटित होंगे।
ये कॉलोनियां हुई हैंडओवर
रेल विहार, रायल एस्टेट शीलकुज-1 शीलकुज-2. शीलकूज-३, गीतकुंज-2 एक्सटेशन, शीतकज एनक्लेव, पटुजेड ग्रीन एस्टेट, अंसल हाउसिंग, मेरठ वन. रैली रेजीडेंसी, मेट्री रेजीडेंसी, ऑलिव ग्रीन सिटी. श्याम वाटिका, गणपति एन्कलेव, एपेक्स सिटी बागपत रोड. सरस्वती वाटिका, सरस्वती सागर, असत टाउन, असल ग्रुप हाउसिंग जिटौली, गेटवे ग्लोबल गोल्फ लाइव, मेटों मनोबल बिलावेल, गोल्फ ग्रीन, हार्श कॉमिर्शियल पार्क, न्यू सकेत, मैसर्स एपेक्स प्रोपमार्ट, मैसर्स वृंदा एसोसिएट्स, मैसर्स रॉयल पार्क प्रमोटर्स, सरस्वती वाटिका, सरस्वती उद्योगपुरम फेस- 1. सरस्वती वाटिका एक्सटेंशन कॉलोनी, एपेक्स सिटी बागपत रोड।
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