मोदी मंत्रिमंडल में राजनाथ, शाह, गडकरी, नड्डा-शिवराज, ज्योतिरादित्य समेत 30 कैबिनेट मंत्री बने 

 वेस्ट यूपी से राज्यमंत्री के रूप में जयंत चौधरी को मिली जगह 

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने रविवारकी शाम लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे जवाहर लाल नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। मोदी ने ईश्वर के नाम की शपथ ली। इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली।  एनडीए सरकार में मोदी समेत 72 मंत्री बनेंगे इनमें 30 कैबिनेट मिनिस्टर और 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्य मंत्री होंगे। शपथ ग्रहण समारोह शाम 7 बजकर 15 मिनट पर शुरू हुआ।राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे। इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामिल हैं। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी मौजूद रहे ।

मोदी मंत्रिमंडल में राजस्थान से 2 कैबिनेट मंत्री बने:भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह ने शपथ ली; मेघवाल को स्वतंत्र प्रभार दिया गया है।  शिवराज सिंह पहली बार केंद्रीय मंत्री बने:मोदी के तीसरे कार्यकाल में एमपी  से 3 कैबिनेट मंत्री; सिंधिया और डॉ. वीरेंद्र कुमार ने भी  शपथली। बिहार से मांझी, ललन, गिरिराज, चिराग, रामनाथ और नित्यानंद ने शपथ ली । रालोद के जयंत चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली, चुनाव नहीं लड़ा।  जयंत चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और अजीत सिंह के बेटे हैं। केंद्र सरकार ने उनके दादा को हाल ही में भारत रत्न दिया। जयंत सपा का साथ छोड़कर एनडीए  में आए। पिता अजीत चौधरी भी अटल सरकार में मंत्री रहे।

शिवसेना के प्रतापराव जाधव ने मंत्री पद की शपथ ली। शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रतापराव जाधव ने बुलढाणा से शिवसेना (उद्धव गुट) के नरेंद्र खेड़ेकर को हराया। 4 बार के सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं। 1997 में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे। पहली बार शिंदे गुट से सांसद बने।अर्जुनराम मेघवाल ने मंत्री पद की शपथ ली। अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर सीट से कांग्रेस के गोविंद राम मेघवाल को 55 हजार वोटों से हराया। मेघवाल ने करियर की शुरुआत टेलीफोन ऑपरेटर से की, बाद में आईएएस अफसर बने। बीकानेर से लगातार चौथी बार सांसद बने।सीआर पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली। सीआर पाटिल लगातार चौथी बार रिकॉर्ड वोट से सांसद बने। 2019 में देश में सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले सांसद थे। वर्तमान में गुजरात भाजपा के अध्यक्ष हैं।जितेंद्र प्रसाद ने शपथ ली। जितेंद्र सिंह लगातार तीसरी बार सांसद बने। मोदी के दो कार्यकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पीएमओ मंत्रालय संभाल चुके हैं।राव इंद्रजीत सिंह ने ली मंत्री पद की शपथ, गुरुग्राम से राज बब्बर को हराया। राव इंद्रजीत सिंह गुरुग्राम से लगातार चौथी बार सांसद बने। पिता हरियाणा के दूसरे सीएम थे। रॉबर्ट वाड्रा लैंड डील की जांच की मांग इन्होंने ही की थी। 2013 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए। चिराग पासवान ने मंत्री पद की शपथ ली । वह हाजीपुर से जीते। चिराग पासवान, दिवंगत राम विलास पासवान के बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता हैं। फिल्मों में फिट नहीं हुए तो राजनीति में कदम रखा। दो बार के सांसद हैं।जी किशन रेड्डी ने मंत्री पद की शपथ ली, सिकंदराबाद से जीते है जी किशन रेड्डी 1980 से पार्टी में सक्रिय हैं, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 2010 में आंध्र और तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष रहे। सिकंदराबाद से लगातार दूसरी बार जीते।

मनसुख मांडविया ने मंत्री पद की शपथ ली, पोरबंदर से जीतेहै। डॉ. मनसुख मांडविया मोदी के बेहद करीबी चेहरों में से एक माने जाते हैं। कोविड के समय बेहतर हेल्थ मैनेजमेंट के लिए चर्चा में रहे। गुजरात में सबसे कम उम्र के विधायक रहे। पदयात्राओं के लिए जाने जाते हैं।हरदीप सिंह पुरी ने मंत्री पद की शपथ ली, चुनाव नहीं लड़े।हरदीप सिंह पुरी विदेश सेवा के 1974 बैच के अधिकारी रहे। विदेश मंत्रालय और कई देशों में राजदूत रहे। राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक मामलों के एक्सपर्ट हैं। 2019 में अमृतसर से चुनाव हारने के बाद भी कैबिनेट मंत्री बने।

भूपेंद्र सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली।भूपेंद्र यादव संगठन के अनुभवी नेता हैं। पहली बार सांसद बने। इससे पहले राज्यसभा में रहे। पिछली बार केंद्रीय कैबिनेट में शामिल थे।किरेन रिजिजू ने मंत्री पद की शपथ ली, अरुणाचल प्रदेश से आते हैं।किरेन रिजिजू अरुणाचल से तीसरी बार सांसद बने। दिल्ली से पढ़ाई की। मोदी कैबिनेट में पहली बार गृह राज्य मंत्री बने। 2019 में खेल, गृह और कानून मंत्री रहे।गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंत्री पद की शपथ ली।गजेंद्र सिंह शेखावत ने ABVP से राजनीति की शुरुआत की। 2019 में अशोक गहलोत के बेटे को हराया। 2024 में कांग्रेस के करण सिंह उचियारड़ा से 1.15 लाख वोटों से जीते। नल-जल योजना का जिम्मा इन्हीं पर है।अन्नपूर्णा देवी ने मंत्री पद की शपथ ली, कोडरमा से जीतीं।अन्नपूर्णा देवी 2019 में RJD से भाजपा में आईं। उसी साल लोकसभा का टिकट मिला और जीतीं। 2021 में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुईं। 2024 में लगातार दूसरी बार संसद पहुंचीं। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंत्री पद की शपथ ली, एमपी के गुना से जीते।ज्योतिरादित्य सिंधिया 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए। मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवाई। 2021 में मोदी कैबिनेट में एविएशन मिनिस्टर बनाए गए। पिता कांग्रेस, दादी जनसंख में रह चुकीं।अश्विनी वैष्णव ने मंत्री पद की शपथ ली, राज्यसभा सांसद हैं।अश्विनी वैष्णव राज्यसभा सांसद हैं। पूर्व IAS अफसर थे। वैष्णव पिछली कैबिनेट में रेल और IT मंत्रालय संभाल चुके।गिरिराज सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली, बेगूसराय से जीते।हिन्दुत्व की छवि वाले गिरिराज सिंह भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं। लगातार दूसरी बार बेगूसराय से जीते। केंद्र सरकार में लगातार दो बार मंत्री रहे।प्रल्हाद जोशी ,ओडिशा के जुएल ओरांव ,वीरेंद्र कुमार खटीक ,टीडीपी के राम मोहन नायडू,सर्बानंद सोनोवाल,ललन सिंह,जीतन राम मांझी ,धर्मेंद्र प्रधान ,पीयूष गोयल,जेडीएस के. कुमार स्वामी भी मंत्री बने। 


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