कक्षा 12 के छात्र ने गोली मारकर मौत को गले लगाया
मैनापुटठी के जंगलों में छात्र का मिला शव
मेरठ। थाना परीक्षितगढ़ के मैनापुटठी गांव में एक 12 के छात्र ने गोली मारकर मौत को गले लगा लिया। उसका शव खेत में खून से लथपथ मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। मृतक छात्र आरएसएस के शाखा शिक्षक प्रमुख का पुत्र था। मृतक दो बहनों का इकलौता बेटा था।
मैनापुटठी निवासी मनोज के 18 साल के बेटे उत्तम का निकला। पुलिस ने मनोज को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने जब बेटे की लाश देखी तो वहीं बेहोश हो गए। वहीं लाश के पास एक तमंचा भी बरामद हुआ।पुलिस पूछताछ में पिता मनोज ने किसी रंजिश से इंकार किया है। पिता ने बताया कि शाम को उत्तम खेत पर किसी काम से जाने की बात कहकर घर से बाइक लेकर निकला था। देर शाम तक भी वो घर नहीं लौटा। हम लोग उसे खोज रहे थे लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। जब वो घर नहीं आया तो हमने उसके मोबाइल पर कॉल किया। लेकिन मोबाइल घर पर था तो घंटी वहीं घर के अंदर ही बजती रही। फिर हम उसे ढूंढ़ने निलके। लेकिन तभी पुलिस की कॉल आई हमें लाश वाली बात पता चली। हमें नहीं पता उसने ये कदम क्यों उठाया। तमंचा कहां से आया ये भी हमें नहीं पता। लाश से 60 मीटर दूर खड़ी थी बाइक
उत्तम की लाश से लगभग 60 मीटर की दूरी पर उसकी बाइक खड़ी मिली। बाइक की चाबी उत्तम की जेब में मिली है। मृतक उत्तम परिवार का इकलौता बेटा था। द्रोण पब्लिक स्कूल में बारहवीं कक्षा में पढ़ता था। उसकी दो बड़ी बहनें संजना, शिवानी और मां नीरज है। सभी का रोकर बुरा हाल है।परिजनों ने पूछताछ में बताया कि उत्तम को अक्सर सिरदर्द रहता था। इससे बहुत दुखी था। उसका इलाज चल रहा था। शायद इसके कारण वो आत्मग्लानि का शिकार था। सिर के दर्द से परेशान था। पुलिस जांच के अनुसार क्राइम सीन देखकर लग रहा है कि छात्र ने खड़े होकर खुद को पहले गोली मारी और फिर तमंचा बराबर में रखा।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार उत्तम ने आत्महत्या की है। उसने 315 बोर का तमंचा कनपटी पर रखकर गोली मारी है। फोरेंसिक जांच में भी सामने आया है कि गोली सटाकर मारी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
No comments:
Post a Comment