हम चाहते हैं कि अतीत की इस गौरवशाली परंपरा का भविष्य उज्ज्वल हो : प्रो.असलम जमशेदपुरी

  बैत बाज़ी के लिए न केवल भाषाई ज्ञान, कविता की समझ बल्कि व्यापक पढ़ना भी बहुत महत्वपूर्ण है। : रमा नेहरू

मेरठ ।उर्दू विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और वी कमिट सोसायटी, मेरठ के संयुक्त तत्वावधान में बैत बाजी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वी-कमिट की संस्थापक और अध्यक्षता कर रही रमा नेहरू ने कहा कि मैं उर्दू विभाग को बधाई देना चाहती हूं जिन्होंने एक बहुत ही सुंदर कार्यक्रम 'बैत बाजी' का आयोजन किया। मुझे यह कार्यक्रम बहुत पसंद आया। ऐसे कार्यक्रम न केवल दिलचस्प होते हैं, बल्कि छात्रों में पढ़ने के प्रति रुचि और जुनून भी पैदा करते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. इरशाद स्यानवी ने कुरान पाक की तिलावत से की। कार्यक्रम में स्वागत भाषण एडवोकेट कौसर नदीम ने दिया।  विशिष्ट अतिथि के रूप में मशहूर शायर वारिस वारसी मौजूद रहे।  प्रतियोगिता में जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली, मुस्लिम गर्ल्स कॉलेज, बुलंदशहर, फैज़ ए आम डिग्री कॉलेज एवं उर्दू विभाग सीसीएसयू,मेरठ के छात्र-छात्राओं में सहभागिता की। निर्णायक मंडल में मशहूर शायर असरारुल हक असरार और डॉ. ईश्वर चंद गंभीर शामिल रहे। जामिया मिल्लिया इस्लामिया एवं उर्दू विभाग सीसीएसयू की टीम संयुक्त रूप से प्रथम स्थान पर, फैज़ ए आम की टीम द्वितीय स्थान पर और मुस्लिम गर्ल्स कॉलेज बुलंदशहर की टीम तृतीय स्थान पर रही। को मैन ऑफ द बैतबाज़ीका खिताब दिया गया। 

डॉ. शादाब अलीम ने कहा कि बैत बाजी की परंपरा धीरे-धीरे कम हो रही है। इसे पुनर्जीवित करना और नई पीढ़ी तक पहुंचाना इस कार्यक्रम का विशेष लक्ष्य है। डॉ. आसिफ अली ने कहा कि बैतबाज़ी छात्रों में कविता पढ़ने की आदत भी पैदा करती है और उन्हें शिक्षकों और कवियों की कई कविताएँ याद आती हैं जो उनमें साहित्यिक रुचि जगाती हैं उर्दू विभाग का विशेष उद्देश्य छात्रों को शिक्षण के साथ-साथ साहित्यिक प्रशिक्षण भी प्रदान करना है। इसका अतीत बहुत गौरवशाली था लेकिन वर्तमान इसके लिए गुरुओं के साथ-साथ शिक्षक और आज की भाग लेने वाली टीमों के प्रदर्शन से यह अच्छी तरह से अनुमान लगाया जा सकता है कि नई पीढ़ी में सीखने के लिए बहुत प्रतिभा और जुनून है यदि उनकी जिम्मेदारी पूरी हो तो बैत बाजी का भविष्य अतीत की तरह उज्ज्वल हो सकता है।

 प्रो. असलम जमशेदपुरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का कार्यक्रम बहुत अच्छा रहा, सभी छात्रों ने बहुत मेहनत की भाग लेने वाली टीमें बधाई की पात्र हैं, विशेषकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया टीम की तैयारी बहुत अच्छी थी और इस टीम ने बहुत अच्छा खेला, इस परंपरा का भविष्य उज्ज्वल हो।

कार्यक्रम में डॉ. नसरीन, डॉ. सईदा. इंजीनियर रिफत जमाली, मदीहा असलम, आबिद सैफी, सलीम सैफी, शाहनाज परवीन, सैयदा मरियम इलाही, अतहर खान, शाहे जमन सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

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