फसलों व पशुओं की बीमारियों के डायग्नोसिस में महत्वपूर्ण भूमिका निभासकेगी एआई तकनीक

 मेरठ।  चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सर छोटू राम राम अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में कंप्यूटर साइंस व एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ऑनलाइन मोड में "द रिसेंट ट्रेंड्स आफ बिग डाटा एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन द फील्ड ऑफ़ कंप्यूटर साइंस एंड एग्रीकल्चर इंजिनियरिंग" विषय पर संचालित 6 दिवसीय एफडीपी के तीसरे दिन पहले सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में केएलइ टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय बेंगलुरु के कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभाग के प्रोफेसर श्रीधर अय्यर ने एआई मे वायरलेस कम्यूनिकेशन तकनीक के महत्व को कृषि क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों के लिए वरदान बताया । वहीं दूसरे सत्र के वक्ता रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस एस बेदी ने बताया कि  कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के द्वारा फसलों तथा पशुओं की बीमारी के लक्षणों के आधार पर डिजीज डायग्नोसिस को आसान और सटीक बनाया जा सकेगा।एफडीपी के संयोजक इंजीनियर मिलिंद ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।कार्यक्रम आयोजक मंडल तथा टेक्निकल टीम के सदस्यगण स्वाति अग्रवाल , जे आर बेंथम, अमित शर्मा ,रूपल चौधरी ,गौरव त्यागी, कवि भूषण ,विजय कुमार ,रितु शर्मा ,हरी गोस्वामी, धर्मेन्द्र इत्यादि उपस्थित रहे।

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