दरोगा के सीने में गोली मारने वाले का एनकाउंटर में ढेर 

बदमाश का एक साथी पकड़ा गया; मुठभेड़ में सिपाही को भी लगी गोली

मेरठ। शनिवार की रात को  दरोगा के सीने में गोली मारने वाले बदमाश विनय का  कंकरखेडा़ा के दायमपुर  इलाके में पुलिस ने एनकाउंटर किया है। वह 25 हजार का इनामी था। उस पर गैंगस्टर समेत 8 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। जबकि उसका साथी नरेश पकड़ा गया है। नरेश को कंकरखेड़ा थाने लाया गया है।पुलिस उससे पुलिस पूछताछ कर रही है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने वो तमंचा भी बरामद किया है। जिससे बदमाशों ने दरोगा को गोली मारी थी। एनकाउंटर में एक सिपाही को भी गोली लगी है, उसे इलाज के लिए कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर है।

शनिवार को पुलिस को  कुछ बदमाशों के कंकरखेड़ा क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी। ये भी पता चला था कि इन बदमाशों ने ही 23 जनवरी को दरोगा मुन्नेश सिंह कसाना पर जानलेवा हमला किया था। जिसके बाद पुलिस ने कंकरखेड़ा इलाके की घेराबंदी कर दी। रात 8 बजे के करीब बदमाश विनय और नरेश दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया था। उसके बाद उन्हें लेकर दरोगा पर फायरिंग में इस्तेमाल हथियार को बरामद करने जा रही थी।

इसी दौरान विनय ने पुलिस पर गोली चला दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान पुलिस की गोली विनय के सीने और माथे पर लगी। जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि उसका साथी नरेश पकड़ा गया। वहीं इस घटना में एक सिपाही भी घायल हो गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एसएसपी रोहित सिंह संजवान ने बताया कि बदमाशों ने 32 बोर की सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल से दरोगा पर गोली चलाई थी। उसे बरामद कर लिया गया है। पकड़े गये बदमाश से पूछताछ की जा रही है।

ये हुई थी घटना 

गत 23 जनवरी की रात बुलंदशहर के खुर्जा निवासी मोहर सिंह किराए पर सोनू सैनी की सेंट्रो कार से शादी समारोह में आए थे। सोनू गाड़ी में सो रहा था, इसी बीच तीन बदमाशों ने उसे गन प्वाइंट पर लेकर गाड़ी लूट ली थी। सूचना पर चौकी प्रभारी मुन्नेश सिंह कसाना, दरोगा सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल परवेंद्र मलिक, सचिन खैवाल और कांस्टेबल रविंद्र ने गाड़ी में लगे जीपीएस के आधार पर बदमाशों का पीछा करना शुरू किया था। बदमाश कई घंटे तक शहर में घूमने के बाद सुबह साढ़े तीन बजे श्रद्धापुरी फेस टू के पीछे लाला मोहम्मदपुर नाले पर पहुंच गए थे।पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी करते हुए एक को पकड़ लिया था। जिस पर उसके साथियों ने चौकी इंचार्ज मुन्नेश सिंह को सीने में गोली मार दी थी। बदमाश फरार हो गए थे। चौकी इंचार्ज को कई दिन बाद गाजियाबाद के अस्पताल से छुट्टी मिली थी। पुलिस तब से ही बदमाशों की तलाश में जुटी थी।

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