परीक्षा पे चर्चा में पीएम ने छात्रों को दिए गुरु मंत्र

- बोले- हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी
नई दिल्ली (एजेंसी)।
बच्चों में बोर्ड परीक्षा के लिए कोई चिंता न रहे इसके लिए पीएम मोदी ने आज परीक्षा पे चर्चा की। 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से बात करते हुए पीएम ने उन्हें कई ऐसे बहुमुल्य गुरुमंत्र दिए जो बच्चों को तनाव मुक्त कर सकते हैं।
पीएम से एक बच्चे ने सवाल किया कि कुछ लोग कहते हैं कि दोस्ती ही ले डूबती है। इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि दोस्ती बहुत जरूरी है। मैंने कई बार देखा है टीचर से ज्यादा एक दोस्त ही आपको सिखा देता है, जैसे मैथ्स से लेकर लैंग्वेज पर अगर एक दोस्त की मजबूती हो तो वो अपने साथी को भी मजबूत बना देता है। पीएम ने कहा कि मैंने ऐसे दोस्त देखे हैं, जो खुद चाहे फेल हों, लेकिन दोस्त को आगे बढ़ाने के लिए मदद करते है।
पीएम ने इसी के साथ टीचर्स को भी कुछ टिप्स दिए। पीएम ने कहा कि टीचर और छात्र में एक बोंडिंग होनी जरूरी है और उनमें दोस्ती का नाता रहना जरूरी है। पीएम ने कहा कि टीचर का काम जॉब बदलना नहीं, छात्रों की जिंदगी को बदलना है और उसे सवारना है।
परीक्षा में तनाव से मुक्ति, पेरेंट्स को भी सुझाव
पीएम ने कहा कि कुछ गलतियां पेरंट्स का अतिउत्साह पैदा करता है, तो कुछ छात्र डरकर करते हैं। पीएम ने कहा कि कुछ मां बाप पेंट ये सही है, वो सही है ये देखते हैं, इससे उन्हें बाहर निकलना होगा।
पीएम ने कहा कि परीक्षा पर ये खाकर निकलो, जिससे पेपर सही होगा। ये सब जब भी तनाव है जो जब घर से निकलने से पहले ही शुरू हो जाएगा तो बच्चा अच्छा कैसे करेगा।
पीएम ने कहा कि परीक्षा देते वक्त छात्र पेपर देखते ही तनाव में आ जाते हैं। बच्चे सोचने लगते हैं कि पहले उसे पेपर मिला मुझे कम समय मिलेगा या इसमें ज्यादा समय लग गया पहले कोई और प्रश्न करना चाहिए था।
पीएम से जब पूछा गया कि कुछ बच्चे कोई निर्णय लेने में कंफ्यूजन में होते हैं, इसके लिए क्या करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर जीवन में सफल होना है तो हमें निर्णायक बनना होगा और कंफ्यूजन छोड़ना होगा।

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