विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का हुआ आगाज
- जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
- नगर पालिका सभागार में पालिका अध्यक्ष सफाई नायकों और आशा कार्यकर्ताओं को दिलाई शपथ
- डेंगू घर के अंदर रुके हुए साफ पानी में पैदा होने वाले एडीज मच्छर से होता है : सीएमओ
हापुड़, 03 अक्टूबर, 2023। नगर पालिका सभागार से मंगलवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का आगाज हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा नागर ने फीता काटकर अभियान का शुभारंभ किया और जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में आशा कार्यकर्ता और लक्ष्मी कंपोजिट विद्यालय के बच्चे शामिल रहे। इस मौके पर उन्होंने कहा - मच्छरों से बचाव कर हम मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव कर सकते हैं। इसके लिए अपने घर में और आसपास साफ - सफाई रखें। जागरूकता रैली पीपीसी कोठीगेट पर जाकर संपन्न हुई। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी, एपिडेमियोलॉजिस्ट डा. राजश्री और जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) सतेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा देवी ने पालिका सभागार में सफाई नायकों और सफाई निरीक्षकों को शपथ दिलाई - “ हम अपने गांव, ब्लॉक, जनपद और देश को रोगमुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम शपथ लेते हैं कि व्यक्तिगत साफ - सफाई का ध्यान रखेंगे। अपने घर के आसपास साफ- सफाई रखेंगे, अपने गांव और मोहल्ले के वातावरण को स्वच्छ रखेंगे, तथा समुदाय को साफ-सफाई और स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। शपथ के दौरान नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सौरभ नाथ, मुख्य सफाई निरीक्षक आवेश कुमार और सफाई निरीक्षक राजेश कुमार भी मौजूद रहे।
इस मौके पर सीएमओ डा. सुनील कुमार त्यागी ने आशा कार्यकर्ताओं और पालिका कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा - अभियान के दौरान घर-घर जाकर यह संदेश देना है कि वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए घर के अंदर और आसपास पानी न जमा होने दें। घर के अंदर फ्रिज और एसी की ट्रे, गमलों और फूलदानों में रुके हुए साफ पानी में एडीज मच्छर पैदा होता है, एडीज मच्छर डेंगू के संक्रमण के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए तीन - चार दिन में पानी बदलते रहें और साफ-सफाई रखें। इसी प्रकार घर के बाहर नाली में रुके हुए गंदे पानी में एनाफिलीज मच्छर पैदा होता है, यह मलेरिया संक्रमण के लिए जिम्मेदार है। एनाफिलीज मच्छर न पनपने देने के लिए नालियों को साफ रखें ताकि उनमें पानी न रुके।
सीएमओ ने कार्यक्रम में मौजूद सफाई नायकों से आग्रह किया कि वह साफ-सफाई पर तो ध्यान रखें ही, साथ ही समुदाय में जाकर बात भी करें, लोगों को घर के अंदर साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित करें और बताएं कि बुखार होने पर नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है। खुद दुकान से दवा लेकर न खाएं। सीएमओ ने बताया - अभियान के दूसरे पखवाड़े में 16 से 30 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। दस्तक अभियान में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार, इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई), क्षय रोगियों, कुष्ठ रोगियों और कुपोषित बच्चों को चिन्हित करेंगी, साथ ही आशा कार्यकर्ता यह भी बताएंगी कि बुखार आने पर क्या करें और क्या न करें। बुखार होने की स्थिति में सबसे पहले चिकित्सक से परामर्श लेना है और उसके बाद दवा के साथ अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेने हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) सतेंद्र कुमार ने बताया - प्यूपा से मच्छर बनने में एक सप्ताह का समय लगता है, इसलिए “हर रविवार मच्छर पर वार” का संदेश विशेष अभियान के दौरान दिया जाएगा। इस संदेश से प्रेरित होकर हर सप्ताह घर की साफ-सफाई करें, मच्छरों से बचाव के लिए दिन में पूरे शरीर को ढकने वाले ढीले कपड़े पहनें और रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
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