राष्ट्रीय पोषण माह : एनीमिक बच्चों वाले पॉकेट्स चिन्हित कर उन पर फोकस करें : सीडीओ
सीएचसी मुरादनगर पर सीडीओ ने दिलाई “सही पोषण - देश रोशन” की शपथ
240 बच्चों की एनीमिया स्क्रीनिंग हुई, गोद भराई और अन्नप्राशन भी कराया गया
गाजियाबाद/ मुरादनगर, 21 सितंबर, 2021। समेकित बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से बच्चों में एनीमिया स्क्रीनिंग कराने के साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर सही पोषण के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसी क्रम में तमाम आंगनबाड़ी केंद्रों पर बृहस्पतिवार को भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), मुरादनगर पर एनीमिया स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किया गया। कैंप में पहुंचकर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिनव गोपाल ने बच्चों की लंबाई और वजन मापने के साथ ही बच्चों के माता-पिता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ को “सही पोषण- देश रोशन” की शपथ दिलाई। सीएचसी प्रभारी डा. राजेश तेवतिया के निर्देशन में 240 अति कुपोषित और कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की जांच और एनीमिया स्क्रीनिंग की गई। इन सभी बच्चों को सीडीओ ने चोकोज वितरित किया।
सीडीओ अभिनव गोपाल ने इस मौके पर स्वास्थ्य कर्मियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मुख्य सेविकाओं को निर्देश दिए कि मुरादनगर ब्लॉक में ऐसे गांव चिन्हित करें, जहां एनीमिक बच्चों की संख्या अधिक है। उन गांवों पर विशेष रूप से फोकस करें, आंगनबाड़ी केंद्रों पर एनीमिक बच्चों के माता-पिता की लगातार काउंसलिंग करें और गृह भ्रमण के दौरान जरूरी पौष्टिक आहार के बारे में बताएं और यदि जरूरत हो तो पौष्टिक आहार तैयार करना भी सिखाएं। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) शशि वार्ष्णेय और बाल विकास परियोजना अधिकारी और मुरादनगर शिवानी गुप्ता ने सही पोषण के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में मुख्य सेविका रीना त्यागी का भी सहयोग रहा। सरना गांव निवासी शशि पत्नी राहुल और मुबिना पत्नी सुहेब की गोद भराई की गई और छह माह की आयु पूरी कर चुके अबूपुर गांव निवासी छोटू पुत्र सतवीर और परी पुत्री गौरव का अन्नप्राशन कराया गया।
सीडीओ ने “सही पोषण- देश रोशन” की शपथ इस प्रकार दिलाई कि, “ राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान मैं सही पोषण के संदेश घर-घर पहुंचाऊंगा/पहुंचाऊंगी। सही पोषण का अर्थ है - पौष्टिक आहार, साफ पानी और सही प्रथाएं। मैं पोषण अभियान को एक देशव्यापी जन आंदोलन बनाऊंगा/बनाऊंगी। हर घर, हर विद्यालय, हर गांव और हर शहर में सही पोषण की गूंज उठेगी। इस जन आंदोलन से मेरे भारतीय भाई-बहन और बच्चे स्वस्थ होंगे और पूरी क्षमता प्राप्त करेंगे। यह मेरी प्रतिज्ञा है। सही पोषण - देश रोशन।
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