किसी भी बुखार से घबराएं नहीं, अस्पताल में सुविधाएं उपलब्धः सीएमओ

हर बुखार डेंगू नहीं होता, घबराएं नहीं, लक्षण देखकर जांच कराएः डीएमओ 

संचारी रोगों से बचाव ही इलाज का सबसे बेहतर उपाय

मेरठ। मेरठ  में मौसम में उतार-चढ़ाव से वायरल फीवर के मरीजों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हालांकि इसके लिए जिला अस्पताल में पर्याप्त इंतजाम है और ओपीडी, टेस्टिंग आदि का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है।  सभी ब्लाकों पर सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, जिला अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज का भ्रमण कर डेंगू एवं अन्य संचारी रोगों के जांच तथा उपचार की व्यवस्थाओं को परखा अधिकारियों द्वारा परखा जा रहा है। । इस दौरान नोडल अधिकारियों द्वारा संख्त निर्देशित करते हुए ओपीडी व टैस्टिंग की व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने, संचारी रोगों से निपटने के लिए नियंत्रण व उपचार को युद्ध स्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.  अखिलेश मोहन  ने बताया  जिले में अब तक 179 डेंगू के मरीज बुधवार तक निकल चुके है। इसी काे देखते हुए  संचारी रोगों से निपटने के लिए नियंत्रण व उपचार को युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। अस्पताल में पर्याप्त बैड, टैस्टिंग और ओपीडी की सुविधा है। 

 सात टीमें मलेरिया की बनायी गयी है।24 टीमें सीएचसी व पीएचसी पर तैनात की गयी है। अर्बन हेल्थ पोस्ट पर 71 टीमें डोमेस्टिक फीडर चैकर को लगाया गया  है।  जिसमें प्रत्येक  पचास घरों का सर्वे कर रहे है। जहां पर डेंगू मरीज निकल रहे है। वहां पर मलेरियाटीमे कन्टेनर सर्वे व साेर्स रिडक्शन ,इंडोर फांगिग,स्पेस स्प्रे  व जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सभी ब्लाकों पर सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, जिला अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज पर मरीजों को मिलने वाले उपचार व टैस्टिंग की मॉनिटरिंग कर रहे है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी बुखार से घबराएं नही, जांच के बाद इलाज करवाएं। अस्पताल  में भर्ती मरीजों को इलाज के साथ-साथ सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है। 


   जिला मलेरिया अधिकारी सत्य प्रकाश ने बताया कि इन दिनों वायरल बुखार का दौर चल रहा है। जांच में बुखार पीड़ितों की प्लेटलेट्स घटी हुई पाई जाती है तो लोग डेंगू की आशंका जताकर घबरा जाते हैं। केवल डेंगू ही नहीं, अन्य साधारण बुखार में भी प्लेटलेट्स घटती है इसलिए डेंगू की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचें। ऐसी स्थिति में नजदीकी अस्पताल जाए और डॉक्टर के परामर्शानुसार दवा लें।

 व्यक्तियों में एक दूसरे से सीधे संपर्क व भोजन, पानी, हवा आदि माध्यमों से स्थानांतरित होने वाले रोग संचारी रोग की श्रेणी में आते हैं। इनसे बचाव ही इलाज से बेहतर व आसान है। जिसके लिए साफ सफाई का ध्यान रखा जाए। आसपास गंदगी न होने दी जाए। शुद्ध पानी व ताजे एवं स्वच्छ भोजन का उपयोग हो। मच्छर जनित रोगों जैसे डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए पानी का भराव न होने दिया जाए। फ्रिज व कूलर की साप्ताहिक सफाई जरूरी है। रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

 इन क्षेत्रों में मिले सबसे अधिक डेंगू मरीज 

 जिले में सबसे अधिक डेंगू के मरीज ब्रहमपुरी क्षेत्र से मिले है। जिनकी संख्या 30 है। इसके बाद पल्हेडा में 19 मिले है। कसेरूब्क्सर में 12 ,जयभीम नगर में 11 मरीज मिले है। 


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