दादा – दादी दिवस पर स्कूल में उमड़ा स्नेह, हर कोई हुआ भाव विभोर
मेरठ। दादा-दादी और पोते-पोतियों के मधुर संबंध को सम्मानित करने के उद्देश्य से शांतिनिकेतन विद्यापीठ में शनिवार को हर्षोल्लास के साथ दादा-दादी, नाना-नानी दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में समूह में पहुंचे दादा-दादी, नाना-नानी व पोते-पोतियों के बीच का स्नेह देखते ही बन रहा था। अमूमन स्कूल में बच्चों के माता-पिता ही पहुंचते हैं। शनिवार को विशेष रुप से दादा-दादी व नाना-नाना के लिए आयोजित कार्यक्रम में बुजुर्गों के चेहरे पर एक अलग खुशी देखने को मिली। जिसे देख हर कोई भाव विभोर दिखा।
प्रधानाचार्या डॉ. रितु राजवंशी सहित शिक्षकों ने सभी बुजुर्गों का आदर पूर्वक स्वागत किया । एकेडमिक डायरेक्टर नाजिश जमाली ने कहा कि दादा - दादी बच्चो के लिए सबसे बड़ा उपहार है। वहीं पोते-पोतियां उनके स्वास्थ्य और दीर्घायु होने का कारण। इस समझ को समाज में कायम रखने के लिए स्कूल के जूनियर क्लास की शिक्षिकाओं की सराहना की।
बच्चों ने गीत-संगीत से दादा-दादी को लुभाया । बच्चों ने अपने मनमोहक अंदाज में भाषण, गीत, संगीत, डांस, लघु नाटक, कविता एवं उपहार के द्वारा अपने दादा दादी को लुभाया। वहीं पोते-पोतियों और नाती नतीनियों को खुश करने के लिए दादा-दादी एवं नाना-नानियो ने भी गीत, कहानी तथा डांस के द्वारा सबको भाव विभोर किया।
बुजुर्गों के प्रति सम्मान जगाना उद्देश्य : प्रधानाचार्या डॉ. रितु राजवंशी ने कार्यक्रम में सभी का आभार व्यक्त किया। कहा कि आज के समय में बुजुर्गों के प्रति बच्चों के दिल में आदर और सम्मान की भावना को प्रोत्साहित करना एवं उनके महानुभावों के प्रति सम्मान के लिए स्कूल इस आयोजन को अनिवार्य समझता है। कहा कि दादा-दादी, नाना-नानी दिवस मनाने के पीछे उद्देश्य है कि बच्चों को उनके दादा-दादी और नाना-नानी के प्रति जागरूक एवं संवेदनशील बनाना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अध्यापक व अध्यापिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
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