परिवार नियोजन का सुरक्षित और भरोसेमंद साधन है “अंतरा”
- जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े में 852 महिलाओं ने अपनाया अंतरा
- सबसे अधिक 212 “अंतरा” सीएचसी हापुड़ पर अपनाए गए
हापुड़, 28 जुलाई, 2023। तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन “अंतरा” परिवार नियोजन का एक सुरक्षित और भरोसेमंद साधन है। तीन माह में एक बार यह इंजेक्शन लगवाने से अनचाहा गर्भ ठहरने का डर खत्म हो जाता है। शुरू में माहवारी थोड़ी अनियमित हो सकती है लेकिन दूसरी डोज के बाद यह सामान्य हो जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया - दो बच्चों के बीच सुरक्षित रखने का यह बेहतर तरीका है। जब भी दूसरा बच्चा प्लान करें तो “अंतरा” की डोज लेना बंद कर दें। उन्होंने बताया - महिलाएं अस्थाई गर्भनिरोधक के रूप में “अंतरा” को पसंद कर रही हैं। जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान 27 जुलाई तक जिले में 852 महिलाएं “अंतरा” अपना चुकी हैं। पखवाड़ा 31 जुलाई तक चलेगा।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी (एसीएमओ) डा. प्रवीण शर्मा ने बताया - “अंतरा” की पहली डोज चिकित्सक की देखरेख में दी जाती है। इसके साथ लाभार्थी को बताया जाता है कि गर्भनिरोधक इंजेक्शन से माहवारी थोड़ी अनियमित हो सकती है लेकिन न तो घबराने की जरूरत है और न ही तीन माह बाद दूसरी डोज छोड़ने की। अगर कोई परेशानी है तो संबंधित आशा और एएनएम से इस संबंध में बात करें। आपकी समस्या का समाधान न हो तो चिकित्सक से परामर्श करें। आशा-एएनएम चिकित्सकीय परामर्श दिलाने में मदद करेंगी। उन्होंने बताया - पखवाड़े के दौरान सबसे अधिक 212 महिलाओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हापुड़ पर “अंतरा” अपनाया है।
डा. प्रवीण शर्मा ने बताया - पखवाड़े के दौरान 27 जुलाई तक 150 महिलाएं और 23 पुरुषों ने स्वेच्छा से नसबंदी कराई है। 1706 महिलाएं दीर्घकालिक अस्थाई साधन के रूप में आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस) अपना चुकी हैं। 261 महिलाओं ने प्रसव के तुरंत बाद आईयूसीडी अपनाई है। जनपद में लगातार सास, बहू और बेटा सम्मेलन आयोजित कर परिवार नियोजन कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जा रही है और बेहतर भविष्य के लिए परिवार नियोजन के साधन अपनाने की सलाह दी जा रही है। सीमित परिवार सुख का आधार है, यह समझाने के लिए लक्षित दंपति की मां (बेटे की) की मौजूदगी में काउंसलिंग की जा रही है। साथ ही दो बच्चों के जन्म के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर मां और शिशु के स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है, यह भी बताया जा रहा है।
No comments:
Post a Comment