छात्रों में आत्मविश्वास और छिपी क्षमता को बाहर लाना हमारा उद्देश्य : प्रो असलम जमशेदपुरी
समय की पाबंदी और पढ़ने का जुनून किसी भी कमजोर छात्र को मंजिल तक पहुँचा देता है : डॉ. आसिफ अली
उर्दू विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में छात्र संगोष्ठी
मेरठ। उर्दू विभाग, चौधरी चरण सिंह यू यूनिवर्सिटी के प्रेमचंद सेमिनार हॉल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र छात्राओं ने अपने द्वारा किए गये शोध को प्रस्तुतकिया। प्रोफेसर ने छात्रों को शोध को खूब सराहा ।
विभाग के एमए प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों ने विभिन्न विषयों पर अपनी शोधपत्र प्रस्तुत किए । रूजा खान ने "प्रोग्रेसिव उर्दू फिक्शन: एक समीक्षा", शिफा ने बलराम मनरा की "शी", कहानी का विश्लेषण किया, शबनम ने इस्मत चुगताई की कहानी "चौथी का जोड़ा" कहानी का विश्लेषण किया, दिलकश ने "आधुनिक साहित्य की पृष्ठभूमि", ज़ैनब की वली का रंग तग़ज़ल, नायब की चकबस्त की कविता "रमैन का एक सीन" का विश्लेषण, फारूक शेरवानी की "अल्लामा इक़बाल के फिक्रो फैन", "नया शवला" के संदर्भ में, मुहम्मद इमरान "कवि एन. एम. रशीद, हलखाई अरबाब ज़ौक के प्रतिनिधि", अलीना ने "आधुनिकता की उत्पत्ति और विकास" प्रस्तुत किये, उज़्मा ने प्रेमचंद की कहानी ”ईदगाह" का विश्लेषण प्रस्तुत किया " जबकि एमए पहले वर्ष की छात्रा फरहत ने भी अपना शोध को प्रस्तुत किया। उर्दू विभागाध्यक्ष प्रो अशलम जमशेदपुरी ने बताया छात्रों में आत्मविश्वास और उनके अंदर छिपी क्षताओं को बाहर निकालना उनका मकसद है।
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