बाल विकास परियोजना कार्यालयों पर रैली निकाल किया गया पोषण पखवाड़े का शुभारंभ 

लोनी के निठोरा गाँव में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने दिखाई रैली को हरी झंडी 
अच्छे स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स के सेवन पर दिया जाएगा जोर
आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगी स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता
छह वर्ष तक के बच्चों की लंबाई और वजन लिया जाएगा
पोषण के ‌प्रति होगा जन-समुदाय का संवेदीकरण
 
गाजियाबाद, 20 मार्च, 2023। जनपद में सोमवार को पोषण पखवाड़ा शुरू हो गया। जनपद के चारों ब्लाक और  गाजियाबाद  नगर में पोषण रैलियां निकाल कर पखवाड़े का शुभारंभ किया  गया। लोनी में महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वार्ष्णेय और जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चन्द्र ने बुके देकर राज्य मंत्री का स्वागत किया। श्रीमती शुक्ला ने आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का एक-एक बच्चे की सेहत पर नजर रखने का आह्वान करते हुए स्क्रीनिंग में जुट जाने की बात कही। 
बाल विकास परियोजना भोजपुर मे पोषण रैली का शुभारंभ  ब्लॉक प्रमुख सुचेता सिंह व बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमन शर्मा ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया। रैली में मोटा अनाज को बढ़ावा देने के लिए जन सामान्य को प्रोत्साहित एवं जागरूक किए जाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मोटा अनाज से संबंधित विभिन्न नारे लगाए गए जिसमें " मोटा अनाज खाओ, ताकत बढ़ाओ "और "मोटापे के दुश्मन चार जौ, बाजरा, रागी  और ज्वार" इस तरह के नारों से बाल विकास परियोजना कार्यालय से रैली का शुभारंभ किया गया रैली में बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमन शर्मा ,अन्य सुपरवाइजर आरती राठी,  बृजेश, सुनीता सैनी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत अमित कुमार सम्मिलित रहे। मुरादनगर बाल विकास परियोजना कार्यालय से ब्लॉक प्रमुख राजीव त्यागी व बाल विकास परियोजना अधिकारी रीना त्यागी ने रैली को रवाना किया, इस मौके पर पुष्पा शर्मा, राज रानी, नीलेश राठी और सीमा रानी आदि मौजूद रहीं। 
जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) शशि वार्ष्णेय ने बताया पोषण पखवाड़ा तीन अप्रैल तक चलेगा। इस आयोजन का लक्ष्य स्टंटिंग, अल्प वजन एवं कम वजन के शिशु एवं एनीमिया की दर में कमी लाना है। हर वर्ष मार्च माह के दौरान आयोजित होने वाले पोषण पखवाड़े में इस बरी ‌मिलेट्स (मोटे अनाज) पर जोर दिया जाएगा। सोमवार को छह वर्ष तक के बच्चों की लंबाई और वजन मापने के साथ शुरू हुए पोषण पखवाड़े के दौरान जन समुदाय का पोषण के प्रति संवेदीकरण किया जाएगा। इसके लिए कन्वर्जेंस विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। 
पोषण पखवाड़े  की नोडल अधिकारी डीपीओ श‌शि वार्ष्णेय होंगी। उन्होंने बताया - आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत छह वर्ष तक के बच्चों का वजन और लंबाई लेने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जनपद में करीब 1.80 लाख बच्चों की लंबाई एवं वजन पोषण ट्रेकर एप पर अपलोड किया जाएगा। डीपीओ ने बताया सोमवार को जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का वजन और लंबाई मापी गई। यह पूरी जानकारी रोजाना पोषण ट्रेकर एप पर अपलोड की जाएगी। मानक से कम वजन और लंबाई वाले बच्चों को पोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।  जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया पोषण पखवाड़े के दूसरे चरण में पोषण के प्रति जनसमुदाय का संवेदीकरण करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। पोषण वाटिका पर चर्चा करते हुए कृषि को पोषण से जोड़ने के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। शासन से मिले निर्देश के मुताबिक एनीमिया की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा स्कूलों में भी कराया जाएगा। जन समुदाय को जागरूक करने के लिए ग्राम पंचायत और पोषण पंचायत का आयोजन कर यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि बच्चों के जीवन में पोषण का क्या महत्व है? इसके साथ ही बेहतर पोषण के लिए क्या करें और क्या न करें, इस बात की भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। 
रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन कराने का जिम्मा फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग, पंचायती राज और ग्राम विकास विभाग मिलकर उठाएंगे। इसके साथ ही पंचायती राज और ग्राम विकास और फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग मिलकर स्थानीय और मौसमी स्वास्थ्य वर्धक परंपराओं के साथ ही स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स के महत्व के बारे में जन समुदाय को बताएंगे। इसके अलावा जीवन शैली के चलते होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करते हुए स्वस्थ जीवन शैली और स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स योगदान पर जोर देते हुए आयुष एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इतना ही नहीं पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और जिला स्तरीय चिकित्सालयों पर डाइट कंसलटेंशन कैंप आयोजित करेंगे।
पोषण पखवाड़े के अंतिम चरण में स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। स्पर्धा का उद्देश्य विशेष छह माह तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण के महत्व पर जागरुकता बढ़ाना और एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना है। स्पर्धा में शामिल बच्चों को नियमित मासिक निगरानी वृद्धि के पांच, व्यक्तिगत स्वच्छता के 10, पोषण श्रेणी में सुधार के 10, आहार की स्थिति ( जैसे - छह मा‌ह तक केवल स्तनपान) के 10, समय पर टीकाकरण के 10 और छह माह से अधिक आयु वाले बच्चों को आईएफए सिरप के पांच अंक मिलेंगे। हर आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित होने वाली इस स्पर्धा में  पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने वाले बच्चों को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे।  कार्यक्रम के दौरान सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों को प्रोत्साहन के निर्देश भी शासन से प्राप्त हुए हैं। 
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