इसबार ज्यादा गर्मी पड़ने की संभावना, सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग

हीटवेब (लू) से निपटने के लिए तैयार की रणनीति 

उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जारी की एडवाइजरी

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चार बेड सुरक्षित किये जाएंगे, कूलरूम बनाये जाएंगे

 नोएडा, 5 मार्च 2023। इस बार फरवरी में सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान रिकार्ड किया गया, मार्च में इसके और बढ़ने की संभावना है। इसके चलते शासन ने अभी से सतर्कता बरतने के निर्देश जारी कर दिये हैं। इसके लिए हीट वेब एक्शन प्लान भी तैयार किया गया है। इस संबंध में पिछले दिनों उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लखनऊ में बैठक बुलाई गयी। बैठक में हीटवेब (लू) से निपटने की रणनीति तैयार की गयी। प्राधिकरण की ओर से इसके लिए लघु फिल्म भी जारी की गयी है, जिसमें बताया गया कि किस तरह गर्मी से बचाव करना है। इस बैठक में गौतमबुद्ध नगर की ओर से पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डा. अमित कुमार ने भाग लिया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया-शासन के निर्देश पर जिला चिकित्सालय मं  हीट स्ट्रोक से पीड़ित रोगियों के लिए विशेष वार्ड (कूलरूम) और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चार बेड सुरक्षित किये जाएंगे। सभी चिकित्सालयों में ओआरएस और फ्लूड आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जानी है। उन्होंने बताया आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम के माध्यम से लोगों को गर्मी से बचाव को लेकर जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया हीट स्ट्रोक की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखनी चाहिए। बर्फ का पानी मिल जाए तो और बेहतर है। उन्होंने कहा गर्मी बढ़ने के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी हो जाता है कि खाली पेट घर से न निकलें। अपने साथ पानी की बोतल अवश्य रखें और नियमित अंतराल पर पानी पीकर खुद को “हाईड्रेट” रखने का प्रयास करें। गर्मी से बचाव के लििए सूती और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। धूप में निकलते समय सिर पर टोपी या फिर गमछा रख लें ताकि धूप से बचाव हो सके। गर्मी से सीधे ठंडे स्थान पर न जाएं। बीच में कुछ समय शरीर का तापमान सामान्य होने दें।

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डा. अमित कुमार ने बताया- अधिक गर्मी एवं लू के कारण होने वाली बीमारियां मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं- हीट इग्जॉस्चन और हीट स्टोक। उन्होंने कहा अत्यधिक गर्मा में बुजुर्गों, बच्चों एवं गर्भवती का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। दोपहर को घर से बाहर निकलने से बचें। बहुत जरूरी होने सिर पर गीला कपड़ा तथा शरीर को कपड़े से ढक कर बाहर निकलें। प्यास की इच्छा न होने पर बार-बार पानी पियें। खाली पेट घर से न निकलें। अपने साथ पानी की बोतल अवश्य रखें। चाय, काफी शराब अधिक मसाले वाले पेय पदार्थ का सेवन न करें। हल्के सफेद रंग के ढीले कपड़े पहनें।

डॉ अमित ने उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी की गयी एडवाइजरी के हवाले से लू-तापघात के लक्षण और बचाव बताये।

हीट इग्जॉस्चनके लक्षण-

 अत्यधिक प्यास, शरीर का तापमान बढ़ा हुआ, मांसपेशियों में ऐंठन, जी मिचलाना-उल्टी होना, सिर में भारीपन, सिरदर्द, रक्तचाप कम होना, चक्कर आना, भ्रांति उलझन होना, पेशाब कम होना, अधिक पसीना एवं चिपचिपी त्वचा होना।

   हीट स्ट्रोक के लक्षण

शरीर का तापमान बढ़ना, पसीना आना बंद होना, पसीने की ग्रंथि का निष्क्रिय होना, मांसपेशियों में ऐंठन, चिपचिपी त्वचा,त्वचा एवं शरीर का लाल होना, जी मिचलाना, उल्टी होना, चक्कर आना, सिर का भारीपन, सिरदर्द, चक्कर आना, भ्रांति उलझन में होना  पेशाब कम आना, मानसिक अंसतुलन, सांस की समस्या, धड़कन तेज होना

प्राथमिक उपचार

डॉ अमित ने बताया-व्यक्ति को तुरंत पंखे के नीचे तथा छायादार ठंडे स्थान पर ले जाएं, कपड़ों को ढीला करें, शरीर को गीले कपड़े से स्पंज करें, ओआरएस का घोल पिलाएं, नीबू का पानी नमक के साथ पिलाएं, मांसपेशियों पर दबाव डालें तथा हल्की मालिश करें, शरीर के तापमान को बार-बार जांचें, यदि कुछ समय में सामान्य न हो तो तुरंत चिकित्सा केन्द्र ले जाएं।

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