होली पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, 24 घंटे मिलेगी स्वास्थ्य सेवा

चिकित्सकों की सलाह- केमिकल रंगों का न करें इस्तेमाल, त्वचा व आंख का रखें विशेष ख्याल

नोएडा, 6 मार्च 2023। होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को अलर्ट कर दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक सहित स्टाफ मौजूद रहेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार शर्मा ने होली पर विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिये हैं। चिकित्सकों से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ तक की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। वहीं होली के मद्देनजर विशेष रोस्टर बनाया गया है, जिसमें आंख, त्वचा रोग विशेषज्ञ भी ड्यूटी पर रहेंगे। उधर जनपद में संचालित एंबुलेंस भी मरीजों के लिए हर वक्त तैयार रहेंगी। होली पर स्वास्थ्य व्यवस्था बनाये रखने के लिए उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जैसलाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों से संयम के साथ होली खेलने की अपील की है। 

आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं रंग : डा. निधि

जिला संयुक्त चिकित्सालय में आई सर्जन डा. निधि का कहना है कि होली में पूरी तरह से आंखों को रंगों से बचाना चाहिये। होली पर लोग कृतिम रंग ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। यह रंग होली खेलते समय आंखों में चले जाएं, तो आंखें अस्थायी/ स्थाई रूप से खराब हो सकती हैं। इससे आंखों में जलन, चुभन, आंखों का लाल होना, एलर्जी, कॉर्नियल अल्सर, कंजंक्टिवाइटिस, ब्लाइंडनेस हो सकती है। 

रगड़ें नहीं आखें 

डा. निधि कहती हैं- आंखों में रंग या धूल का कोई कण चला जाएं तो आंखों को रगड़ना नहीं चाहिए। तुरंत आंखों के डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। स्वयं कोई इलाज न करें और न ही कोई आईड्राप बिना चिकित्सक की सलाह के इस्तेमाल करें। आंखों के मामले में कतई लापरवाही न बरतें। 

आंखों के आस-पास लगाएं तेल

होली पर रंग से खेलने से पहले आंखों के आस-पास या पूरे चेहरे पर तेल लगा सकते हैं, इससे न सिर्फ आंखों पर लगा रंग आसानी से छूट जाता है, बल्कि आंखों पर पड़ने वाला रंग भी पलकों पर ही चिपक जाता है और आंखों का बचाव होता है। इसके लिए सरसों के तेल, नारियल के तेल या फिर किसी क्रीम का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्यान रहे तेल या क्रीम आंख में न जाए।

केमिकलयुक्त रंगों से होली न खेलें : डा. अभिषेक दुबे

जिला संयुक्त चिकित्सालय के चर्मरोग विशेषज्ञ डा. अभिषेक दुबे का कहते हैं, होली पर केमिकलयुक्त (रसायनयुक्त) रंग बहुत बिकते हैं। जानकारी के अभाव में ज्यादातर लोग इनका इस्तेमाल करते हैं। केमिकलयुक्त रंगों से बचना चाहिए। यह लगाने वाले के हाथों को और जिसके लगाया जाता है, दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं। इन्हें हानिकारक केमिकल से तैयार किया जाता है। इनमें लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, मरकरी सल्फाइट, क्रोमियम आयोडाइड, एल्युमिनियम ब्रोमाइड आदि होता है। यह सभी केमिकल बाल, त्वचा, आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन केमिकल के कारण त्वचा पर एलर्जी, खुजली, सूखापन, फोड़े-फुंसी अथवा घाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बेहतर हो कि हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें।

डा. दुबे का कहना है कि होली खेलने से पहले त्वचा पर यदि तेल या मॉइस्चराइजर लगा लिया जाए तो काफी हद तक बचाव हो सकता है। इसके लिए नारियल का तेल, सरसों का तेल, बैसलीन अथवा कोई भी मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे त्वचा पर अवरोध (कोडिंग) बन जाता है जो रंगों के दुष्प्रभाव को कम कर देता है। उन्होंने कहा- यदि तेज धूप में होली खेल रहे हैं तो संसक्रीम भी उपयोग कर सकते हैं।

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