अनिवार्य लाइसेंसिंग के विरोध में रिटेलर्स ने किया विरोध प्रदर्शन

-तख्तियों स्लोगन लिखकर किया हंगामा, नगरायुक्त को सौंपा ज्ञापन
मुरादाबाद। तंबाकु उत्पादों की बिक्री पर अनिवार्य लाइसेंसिंग के विरोध में शुक्रवार को छोटे व गरीब रिटेलर्स ने विरोध प्रदर्शन किया। नगरायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बताया, नए कानून से मुरादाबाद के 12,000 से ज्यादा छोटे रिटेलर्स और उनके परिवार समेत एक लाख से ज्यादा लोगों की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा। आरोप लगाया, महामारी के बाद और अब बढ़ती महंगाई के दौर में प्रशासन सहयोग देने के बजाए गरीब रिटेलर्स को गरीबी की ओर धकेल रहा है। इस दौरान सभी रिटेलर्स के हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां थी।
मुरादाबाद पान विक्रेता संघ के अध्यक्ष संजय जैन एवं उपाध्यक्ष असलम खान ने बताया, शुक्रवार को तंबाकू उत्पाद बेचने वाले 12,000 से ज्यादा दुकानदारों, छोटे रिटेलर्स और पानवालों ने नगर निगम अधिकारियों के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया। जिसके तहत शहर में पान, बीड़ी, सिगरेट आदि जैसे तंबाकू उत्पाद बेचने वाले रिटेलर्स के लिए अलग लाइसेंस अनिवार्य करने की बात कही गई है। यदि शहर में तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लिए लाइसेंस को अनिवार्य किया गया तो छोटे रिटेलर्स की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा और उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। हमारा यह भी मानना है, ऐसे कदमों से गरीबों को प्रवर्तन अधिकारियों के हाथों उत्पीड़न का सामना करना पड़ेगा, जिससे लाइसेंस राज और भ्रष्टाचार की वापसी होगी। इससे पहले कोविड महामारी और अब बढ़ती महंगाई के कारण पहले से ही व्यापक नुकसान से परेशान रिटेलर्स के लिए कारोबार की लागत तेजी से बढ़ेगी। ये छोटे रिटेलर्स अपने आस-पास रोजाना की जरूरत की चीजों जैसे बिस्कुट, सॉफ्ट ड्रिंक, मिनरल वाटर, सिगरेट, बीड़ी, पान आदि की बिक्री कर अपनी आजीविका चलाते हैं। महामारी से पहले उनकी कमाई 4,000 से 8,000 रुपये महीना तक होती थी, जिससे बमुश्किल इनके परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो पाता था। महामारी और अब बढ़ी महंगाई के कारण उनकी कमाई पहले ही बुरी तरह प्रभावित हुई है और प्रस्तावित कानून से कमाई में 60 से 70 प्रतिशत की और कमी हो जाएगी, जो इन छोटे रिटेलर्स के लिए बहुत बड़ा झटका होगा।
12,000 से ज्यादा माइक्रो रिटेलर्स पर पड़ेगा बुरा असर
मुरादाबाद पान विक्रेता संघ ने तंबाकू उत्पादों की बिक्री के लिए अनिवार्य लाइसेंसिंग वाले इस आदेश को वापस लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट, मेयर व नगर आयुक्त से अपील की है कि इस को वापस लिया जाए। क्योंकि इस कानून से शहर में 12,000 से ज्यादा माइक्रो रिटेलर्स पर बुरा असर पड़ेगा, जो शहर में अपने परिवारों समेत एक लाख से ज्यादा लोगों की आजीविका का प्रतिनिधित्व करते हैं।
नारेबाजी कर रिटेलर्स ने जताया अपना दुख
इस दौरान रिटेलर्स के हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां थी, जिसके माध्यम से विरोध प्रकट किया गया। अनिवार्य लाइसेंसिंग के विरोध में नारेबाजी कर रिटेलर्स ने अपना दुख जताया। प्रदर्शन के दौरान फिरोज मलिक, राजीश शर्मा, संजीव शर्मा, नसीम खान, शफीक अहमद, अक्षय वर्मा, रवि प्रकाश, राहत हुसैन आदि मौजूद रहें।

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