जंगली बिल्ली सिमटकर हुई 11

हस्तिनापुर सेंचुरी में बढ़ गई जंगली जानवरों की संख्या

मेरठ। वर्ष 2022 में जंगली बिल्ली की संख्या हस्तिनापुर सेंचुरी में सिमटकर 11 हो गई है।  जो तीन साल पहले तक 39 थी। इसके अलावा वन कैट की संख्या 209 से घटकर 144 रह गई है। हालांकि बिग कैट प्रजाति यानी तेंदुओं की संख्या में इजाफा हुआ है। इनकी संख्या जो पहले सात थी अब नौ हो गई है। बता दें कि वन विभाग हर तीसरे साल वन्य जीवों की गणना करता है। वर्ष 2019 में कुल वन्य जीवों की संख्या हस्तिनापुर वन सेंचुनी में 11552 थी। जो वर्ष 2022 में 12312 हो गई है।

वन विभाग हर तीसरे साल वन्य जीवों की गणना करता है।  2022 में हस्तिनापुर सेंचुरी में जंगली जानवरों की गणना की गई है। मेरठ वन प्रभाग में मेरठ के साथ बागपत जिला भी आता है। जिसमें वनों में समग्र रूप से 30 प्रकार के वन्य जीवों की गणना की जाती है। इस वर्ष बंदरों की संख्या 7637 आंकी गई है। जबकि वर्ष 2019 में बंदरों की संख्या 5607 रही थी। जंगलों के साथ शहरी क्षेत्र में भी बंदरों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 

वन विभाग की इस गणना में इस बार तीन मगरमच्छ खादर और आसपास के क्षेत्र में मिले हैं। वहीं पांच लकड़बग्घों को चिन्हित किया गया है। हालांकि घड़ियालों की संख्या में भी कमी आई है। 2019 की गणना में घड़ियालों की संख्या 202 थी जो कि अब मात्र 43 रह गई है। इस बारे में मेरठ डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि घड़ियाल विचरण करते हुए काफी दूर तक निकल जाते हैं। इस कारण से इनकी संख्या में कमी आई है। वहीं गुलदारों की संख्या हस्तिनापुर वन क्षेत्र में बढ़ी है जो कि अच्छा संकेत है।

वन प्रभाग में वन्य जीवों की संख्या:

वन्य जीव      2019 2022

तेदुआ           7       9

फिशिंग कैट   39    11

जंगली बिल्ली 209 144

काला हिरन     0      0

सांभर            38    14

बारासिंगा       9      18

मगर              0        3

बंदर         5607  7637

घड़ियाल    202       43

लकड्बग्घा  0            5

मोर          703        769

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