गांव गालिबपुर के आंगनबाड़ी केंद्र का सीएमओ ने किया निरीक्षण

सीएमओ डा. महावीर सिंह फौजदार ने गोद लिया है गालिबपुर का आंगनबाड़ी केन्द्र

पोषण माह के तहत दिया गया गर्भवती तथा किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श

मुजफ्फरनगर, 7 सितंबर 2022। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर सिंह फौजदार पोषण माह के दृष्टिगत गांव गालिबपुर के आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। कुपोषित बच्चों की समस्त जांच व परामर्श के लिए उन्होंने समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया तथा ससमय अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र  पर संदर्भित करने का आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ अवनीश कुमार सिंह को कुपोषित बच्चों के चिकित्सा प्रबंधन के लिए निर्देशित किया। तीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के क्षेत्र में छह कुपोषित बच्चों का परीक्षण उन्होंने अपने समक्ष कराया। निरीक्षण के दौरान बीपीएम जावेद व कोर पीसीआई मॉनिटर हेमंत मौजूद रहे। गौरतलब है कि गांव गालिबपुर के आंगनबाड़ी केंद्र को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गोद लिया हुआ है।

खतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार ने बताया- पोषण अभियान के तहत अनेक गतिविधियां कराई जा रही हैं। बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने पोषण माह के दृष्टिगत गांव गालिबपुर के गोद लिए गये आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने खुद बच्चों का वजन व लंबाई चेक की और कुपोषित बच्चों की समस्त जांच व परामर्श के लिए समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया। उन्होंने समय पर अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र  पर संदर्भित करने का भी आदेश दिया। इस दौरान सीएमओ ने ससमय उपस्थित होने, आवश्यक दवा की उपलब्धता, निशुल्क जांच, नियमित टीकाकरण व प्रसव संबंधित सेवाओं को गुणवत्ता के साथ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डॉ अवनीश कुमार सिंह को आदेशों का कड़ाई से अनुपालन को कहा।

गर्भवती तथा किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श

जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया -पोषण माह के तहत गर्भवती तथा किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया गया। उन्हें साफ-सफाई व पोषण के बारे में जागरूक किया गया। गर्भवती, धात्री, किशोरी एवं बच्चों की माताओं को उम्र के अनुसार पोषक तत्वों की आवश्यकता, आहार को सन्तुलित बनाने, उपलब्ध खाद्य सामग्री को मात्रा के हिसाब से सेवन करने, सही तरीके से स्तनपान, स्वस्थ पोषण व्यवहार, गांव- घर में उपलब्ध संसाधनों में से पौष्टिक आहार तैयार करने, पोषण वाटिका का महत्व इत्यादि के संबंध में विस्तार से बताया गया। इसके अलावा  खाने की मात्रा बढ़ाने, खाने में हरी पत्तेदार सब्जी, चना, गुड़, दाल, दूध, मोटे अनाज, मौसमी फल तथा आयरन व कैल्शियम की गोली कब और कैसे खायें  इसके बारे में परामर्श दिया गया।

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