जनपद में शुरू हुईं तीन एफआरयू,प्रसव से लेकर नसबंदी तक की सुविधा


चार पीएचसी पर भी जल्द मिलेगी प्रसव की सुविधा
 मेरठ, 7 सितंबर 2022। जनपद की महिलाओं को अब प्रसव, नसबंदी व बच्चों की देखभाल के लिये परेशान नहीं होना पड़ेगा। सरधना, दौराला, मवाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू)स्थापित की गई हैं। जिला अस्पताल में यह सुविधा पहले से है। अब सभी एफआरयू पर 24 घंटे प्रसव,नसबंदी से लेकर सभी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध रहेंगी। इसके लिए प्रशिक्षित महिला चिकित्सकों को तैनात किया गया है। जल्दी ही जनपद के  चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी)पर भी प्रसव सुविधा प्रदान की जाएगी।
 अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विश्वास चौधरी ने बताया- स्वास्थ्य विभाग देहात क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है, इसी क्रम में सरधना, दौराला, मवाना में एफआरयू यूनिट की स्थापना की गयी है। यहां पर एक सितम्बर से प्रसव से लेकर नसबंदी आदि की सुविधा 24 घंटे प्रदान की जा रही है। शहरी क्षेत्र में जिला अस्पताल में एफआरयू यूनिट पहले से क्रियाशील है।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरधना पर दो गायनेकोलॉजिस्ट, एक सर्जन,एक एनेस्थीसिया की तैनाती की गयी है। दौराला पर एक गायनेकोलॉजिस्ट, एक सर्जन, दो एनेस्थीसिया चिकित्सक की तैनाती की गयी है। मवाना पर एक गायनेकोलॉजिस्ट, एक सर्जन, व एक बाल रोग विशेषज्ञ की तैनात की गयी है। उन्होंने बताया दौराला सीएचसी पर डा. मानसी गोयल, सरधना में डा. कोमल नायक, मवाना में डा.श्वेता चौहान को तैनात किया है। जबकि जिला अस्पताल में तीन चिकित्सक  डॉ. शशि, डा. योगिता व डा. हेमा को तैनात किया है। सभी गायनोकोलॉजिस्ट हैं। इन केंद्रों पर सी सेक्शन यानि सिजेरियन की व्यवस्था है। इसके लिए ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है। एफआरयू 24 घंटे क्रियाशीलरहेंगी। सभी केंद्रों पर 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा रहेगी।



 आसपास के गांवों की महिलाओं को मिलेगा लाभ
 डा. चौधरी ने बताया-तीन सीएचसी पर एफआरयू खुल जाने से देहात क्षेत्र की महिलाओं को फायदा मिलेगा। अभी तक शहर के चिकित्सालयों में प्रसव की सुविधा थी, अब उन्हें घर के पास यह सुविधा मिलेगी।  
 तीसरे चरण में दी जा रही रुटिन सर्विस की सुविधा
परिवार नियोजन के विशेषज्ञ जितेन्द्र सिंह ने बताया - पहले चरण में एफडीएस (फिक्स डे सर्विस) की शुरुआत की गयी। दूसरे चरण में एफडीएस के लिए कोई एक दिन तय कर दिया जाता था, जिसमें महिलाओं की नसबंदी की जाती थी। तीसरे चरण में अब नियमित रूप से नसबंदी की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया इससे ऐसी महिलाओं को फायदा मिलेगा जो अपनी नसबंदी कराने के लिए शिविर लगने का इंतजार करती थीं।  
“सीएचसी दौराला मवाना,  सरधना पर एक सितम्बर से एफआरयू क्रियाशील हो गयी हैं। इन केंद्रों पर प्रसव से लेकर नसबंदी तक की सुविधा 24 घंटे प्रदान की जा रही है। इसके अलावा जनपद की चार पीएचसी पर शीघ्र ही प्रसव की सुविधा मिलने वाली है। इसके लिये तैयारी अंतिम चरण में हैं।  ”

डा. अखिलेश मोहन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

No comments:

Post a Comment

Popular Posts