राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी को पुलिस ने रोका
कहा फ कीरी छोड़ दी तो मुश्किल होगामेरठ। रविवार को उस समय हंगामा खडा हो गया। जब विवि के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए के आए जम्मू कश्मीर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सर्किट हाउस में मिलने के लिये पहुंचे राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। इस पर लक्ष्मीकांत भड़क गए। नाराज डॉ. वाजपेयी ने कहा कि फ कीरी छोड़ दी तो जान बचाना भारी पड़ जाएगा। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने हाथ जोडकर किसी तरह डा लक्ष्मीकांत को शांत किया।
दरअसल लक्ष्मीकांत वाजपेयी रविवार को मेरठ सर्किट हाउस में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मिलने पहुंचे थे। वाजपेयी हमेशा की तरह अपनी स्कूटी पर सवार होकर सर्किट हाउस पहुंचे। यहां पुलिस ने उनकी स्कूटी को अंदर जाने से रोक दिया। इस पर लक्ष्मीकांत भड़क गए। डॉ. लक्ष्मीकांत ने पुलिस पर नाराजगी जताते हुए कहा हां इनको तो गाड़ी वाले सांसद पसंद हैं। क्योंकि वो माल खाते और खिलाते हैं। हम न तो माल खिलाते हैं हम न ही पैसे लेते हैं और न ही देते हैं। कहा कि मैं सादा जीवन जीता हूं। फ कीर हूं फ कीरी पसंद है। जिस दिन मैंने अपनी फ कीरी छोड़ दी तो जान बचानी मुश्किल हो जाएगी। लक्ष्मीकांत ने कहा कि मैंने कई बड़े.बड़े तीस मार खां देखे हैं। ये मेरठ है रावण की ससुराल, इसे मयदंत का खेड़ा कहते हैं यहां अच्छे.अच्छे उलट कर चले गए। ड्यूटी पर तैनात सीओ अरविंद चौरसिया ने किसी तरह डा वाजपेयी से हाथ जोडकर माफी मांगी तब जाकर उनका गुस्सा शांत हुआ।
कभी बुग्गी तो कभी स्कूटर पर नजर आते हैं लक्ष्मीकांत
लक्ष्मीकांत वाजपेयी की गिनती उन नेताओं में होती है जो सादगी और जमीन से जुड़े रहकर जीवन जीते हैं। विधायक रहते हुए भी लक्ष्मीकांत वाजपेयी हमेशा अपने पुराने स्कूटर से ही शहर में घूमते नजर आते हैं। पिछले कुछ दिनों से वे स्कूटी पर ही आते.जाते हैं। कभी बुग्गी तो कभी ट्रैक्टर और स्कूटर यही लक्ष्मीकांत की सवारी होती है। जनता के बीच जाना हो या अफसरों के बीच बैठकों में स्कूटर स्कूटी ही लक्ष्मीकांत का वाहन होता है।
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