राष्ट्रीय पोषण माह : सेहतमंद बच्चे होंगे पुरस्कृत

22 सितम्बर को हर आंगनबाड़ी केन्द्र पर होगी स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता
दो अक्टूबर को किया जाएगा रैंकिंग के आधार पर पुरस्कृत

 मेरठ, 20 सितम्बर 2022। बच्चों के पोषण स्तर में सुधार व पोषण की महत्ता पर जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सितम्बर महीने को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में 22 सितंबर को सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ बालक-
बालिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में विजयी बच्चों को रैंकिंग के आधार पर दो अक्टूबर को पुरस्कृत किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत सिंह  ने बताया- पांच साल तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार और पोषण के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए जनपद में स्वस्थ बालक -बालिका प्रतियोगिता में छह मानक तय किये गये हैं, इन सभी के अलग-अलग अंक
निर्धारित किये गये हैं।  उन्होंने बताया - जनपद में 1.87 लाख बच्चे है, जिसमें से अभी तक 1.29 लाख बच्चों  का वजन किया जा चुका है। जून माह में कुपोषित बच्चे चिन्हित किये गये थे। जिमसें  से 910 बच्चे मध्यम गंभीर कुपोषित (मैम) और 105 बच्चे तीव्र गंभीर अतिकुपोषित (सैम) थे। अगस्त में माह में मैम की संख्या घट कर 703 और सैम की संख्या घटकर 65 हो गयी है। 
इन मानकों के अनुरूप होगा चयन
मासिक वृद्धि निगरानी के लिए पांच अंक मिलेंगे। व्यक्तिगत स्वच्छता (साफ हाथ और नाखून) के 10 अंक होंगे। सामान्य पोषण श्रेणी में बने रहने या फिर सैम से मैम और मैम से सामान्य में आने वाले बच्चों 10 अंक दिए जाएंगे। 10 अंक आहार की स्थिति के होंगे,यानि जो छह माह तक केवल स्तनपान, छह माह से तीन वर्ष तक मिलने वाले अनुपूरक पुष्टाहार के निय‌मित सेवन और तीन से पांच वर्ष वाले बच्चों को अनुपूरक पुष्टाहार के नियमित सेवन के साथ ही आंगनबाड़ी पर उपस्थिति के 10 मिलेंगे। समय से टीकाकरण के 10 और कीड़े निकालने वाली दवा खाने के पांच अंक मिलेंगे। 
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया- दो अक्टूबर को आयोजित पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की रैंकिंग. प्रथम, द्वितीय व तृतीय के रूप में की जाएगी। बच्चों के माता-पिता विशेषकर माताओं को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। प्रतियोगिता में स्वस्थ
पाए गए बच्चों को उनकी रैंकिंग के अनुसार पुरस्कार के रूप में खिलौने दिये जाएंगे। यह करेंगे पुरस्कार के लिए बच्चों का चयन ग्राम सभा के प्रतिनिधि, पोषण पंचायत के सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका, एएनएम,आशा और स्थानीय शिक्षक पुरस्कार के लिए बच्चों का चयन करेंगे।
प्रतियोगिता का उद्देश्य
 विनीत कुमार सिंह  ने बताया- स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का उद्देश्य शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना। स्वस्थ बच्चे पर कुपोषित बच्चे की तुलना में ज्यादा ध्यान देना। समुदाय को बच्चे के स्वास्थ्य एवं पोषण को भावनात्मक स्तर
से जोड़ना तथा स्वास्थ्य एवं पोषण के बारे में जागरूक करना। समुदाय में अभिभावकों के मध्य अपने बच्चे को स्वस्थ एवं सुपोषित रखने के लिए प्रति स्पर्धात्मक माहौल तैयार करना। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की सेवाओं को प्राप्त वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि लाना। बच्चों की वृद्धि एवं विकास की निरंतर निगरानी करते हुए समय से कुपोषण की पहचान करना और कुपोषण को दूर करना प्रतियोगिता का उद्देश्य है।  

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