अब हर स्वास्थ्य केन्द्र पर लगेंगे ‘सप्लाई बॉक्स’, उपलब्ध होंगे गर्भनिरोधक साधन


बॉक्स में निशुल्क मिलेंगे चार साधन- कंडोम, गर्भनिरोधक गोली छाया, माला एन और प्रेगनेंसी किट


नोएडा, 12 जुलाई 2022। मेडिकल स्टोर से लोगों के सामने कंडोम खरीदने में जिन लोगों को संकोच या हिचकिचाहट होती थी उनके लिए तो सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बॉक्स) की व्यवस्था तो है ही पर इसे स्वास्थ्य विभाग और विस्तारित रूप देने की योजना बना रहा है। अब कंडोम बॉक्स की तरह जिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बॉक्स स्थापित किये जाएंगे, इसका नाम “सप्लाई बॉक्स” रखा गया है। कंडोम बॉक्स में जिस तरह पुरुषों के लिए कंडोम उपलब्ध रहते हैं उसी तरह महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक गोली माला एन, छाया और यूरिन प्रेगनेंसी किट उपलब्ध रहेगी।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण का कहना है कि बड़ी संख्या में पुरुषों को कंडोम खरीदने में संकोच होता है उसी तरह बहुत सी महिलाएं गर्भनिरोधक गोली माला एन, छाया और प्रेगनेंसी किट खरीदने में हिचकिचाती हैं। वह इन सबके लिए पुरुषों पर निर्भर रहती हैं। इसी के चलते कई बार देऱ हो जाती है और न चाहते हुए भी गर्भधारण की स्थिति बन जाती है। इस सबसे परिवार नियोजन कार्यक्रम प्रभावित होता है। इन्हीं सब परिस्थितियों से बचने, लोगों को परिवार नियोजन के साधन आसानी से उपलब्ध कराने और परिवार नियोजन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए हर स्वास्थ्य केन्द्रों पर सप्लाई बॉक्स स्थापित किये जाएंगे। यह ऐसे स्थानों पर लगाए जाएंगे जो लोगों की पहुंच में हों और गोपनीयता भी बनी रहे। यहां से 24 घंटे कभी भी निःशुल्क गर्भनिरोधक साधन प्राप्त किये जा सकेंगे। बॉक्स खाली होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुनः इसे भर देंगे और यह चक्र चलता रहेगा।

साप्ताहिक छाया गोली प्रसव के तुरंत बाद, माहवारी शुरू होने से पहले, गर्भपात होने के तुरंत या सात दिन के अंदर अपना सकते हैं। जिन महिलाओं के अंडाशय में सिस्ट, बच्चेदानी के मुंह में बदलाव, पीलिया या लीवर के बीमारी का इतिहास, किसी भी प्रकार की एलर्जी और टीबी या गुर्दे जैसी कोई गंभीर बीमारी हो तो वह इस साधन को न अपनाएं ।

·        कंडोम का इस्तेमाल पुरुष कभी भी कर सकते हैं । यह अनचाहे गर्भ के अलावा यौन संक्रमण और एचआईवी या एड्स से भी बचाता है ।

·        गर्भनिरोधक गोली माला एन प्रसव के छह महीने बाद (केवल स्तनपान की स्थिति में), प्रसव के तीन सप्ताह बाद, माहवारी शुरू होने के पांच दिन के अंदर, गर्भपात होने के तुरंत या सात दिन के अंदर अपना सकते हैं। यह गोली पीलिया होने या पीलिया का इतिहास होने पर, स्ट्रोक, लकवा या ह्रदय रोग, 35 वर्ष से अधिक उम्र की  धूम्रपान करने वाली महिलाओं, उच्च रक्तचाप (140 या 90 से अधिक) या माइग्रेन की स्थिति में नहीं लेनी है ।

·        यूरिन प्रेगनेंसी किट-जब प्रेगनेंसी होती है यानि गर्भ ठहर जाता है तब प्लेसेंटा तैयार होना शुरू होता है। यह प्लेसेंटा से बीटा ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन नामक हॉर्मोन रिलीज़ हो जाता है। हॉर्मोन ब्लड में फ़ैल जाता है। जैसे ही यह ब्लड में उपलब्ध होता है वैसे वह यूरिन में भी मिल जाता है और यूरिन प्रेगनेंसी टेस्ट किट से प्रेगनेंसी पता चल जाती है। माहवारी रुकने के एक दो दिन में यूरिन की जांच कर प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है।


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