एम्बुलेंस 108 में हुए तीन प्रसव, तीनों जच्चा-बच्चा सुरक्षित
ईएमटी की सूझबूझ को परिजनों ने सराहा
मुज़फ्फरनगर, 15 जुलाई 2022
जनपद में संचालित 108 सरकारी एम्बुलेंस में बृहस्पतिवार को तीन महिलाओं के सुरक्षित प्रसव कराये गये। तीनों जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं। तीनों मामले अलग- अलग क्षेत्रों के हैं।
पहला केस: 14 जुलाई की सुबह करीब 05:07 बजे पर कुकड़ा क्षेत्र के गांव सिमली निवासी भूरा की पत्नी रीता (28) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस बुलाई। एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी कि रास्ते में रीता को प्रसव पीड़ा बढ़ गई, जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मचारी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) कुलदीप कुमार ने अपनी समझदारी से सुरक्षित प्रसव कराया।
दूसरा केस : 14 जुलाई की रात मे करीब 02:47 बजे पुरकाजी क्षेत्र के गांव बसेड़ी निवासी राहुल की पत्नी रेखा (22) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस बुलाई, घर पहुंचने पर एम्बुलेंस में रेखा को शिफ्ट ही किया था, कि प्रसव पीड़ा बढ़ गयी। एम्बुलेंस कर्मचारी ईएमटी नकुल कुमार ने पीड़िता का वहीं पर ही सुरक्षित प्रसव कराया और उसके बाद एम्बुलेंस से पुरकाजी अस्पताल में भर्ती कराया।
तीसरा केस-पुरकाजी क्षेत्र के गांव खाई खेड़ी निवासी मोहित की पत्नी काजल (25) को प्रसव पीड़ा होने पर आशा ने 108 एम्बुलेंस बुलाई । एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई। इसके बाद एम्बुलेंस कर्मचारी ईएमटी रिंकू ने अपने पायलट अमरीश उर्फ मुन्नू को एंबुलेस को रोड के किनारे लगाने को कहा। ईएमटी रिंकू ने अपनी सूझबूझ से महिला का एम्बुलेंस में ही डिलीवरी किट की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया । परिजनों ने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवा और एम्बुलेंस कर्मचारियों की सराहना की।
108 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर राजेश रंजन ने बताया - मुजफ्फरनगर जिले में इस वर्ष अभी तक लगभग 48 महिलाओं के एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराए जा चुके हैं। इस कार्य के लिए कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाता है। हम लोग सेवा को और बेहतर बनाने के लिए दिन रात तत्पर है इसके लिए समय-समय पर ईएमटी की ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाती है।
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