प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह में अव्वल आने पर बोले एमओआईसी

स्टाफ की मेहनत और लगन से मिला प्रदेश में पहला स्थान

नोएडा, 8 अप्रैल 2022। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बिसरख के स्टाफ की मेहनत और लगन के चलते बिसरख ब्लाक प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह में प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा। यह कहना है सीएचसी बिसरख के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी) डा. सचिन्द्र मिश्रा का। गौरतलब है कि 21 मार्च से 31 मार्च तक प्रदेशभर में आयोजित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह में जिला गौतमबुद्धनगर ग्रामीण क्षेत्र में अव्वल रहा, जबकि जेवर ब्लाक प्रदेश में द्वतीय स्थान पर रहा।


  सीएचसी प्रभारी डा. सचिन्द्र मिश्रा प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह में ब्लाक की सफलता का श्रेय इस कार्य में जुटे अपने स्टाफ को देते हैं। वह कहते हैं स्टाफ के सामूहिक प्रयास से यह संभव हो सका। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सप्ताह में लगातार दूसरी बार बिसरख ब्लाक प्रदेश में अव्वल आया है। योजना के जिला समन्वयक पारस गुप्ता के अनुसार सप्ताह के दौरान बिसरख ब्लाक ने ग्रामीण क्षेत्र में 778 फार्म भर कर प्रदेश में पहला स्थान पाया जबकि 3079 फार्म भर कर जनपद गौतमबुद्ध नगर ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। जेवर ब्लाक 673 फार्म भर कर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा। अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक निर्धारित लक्ष्य 46019 के सापेक्ष 43572 फार्म भरे गये। जिला समन्वयक ने बताया पहले 21 से 27 मार्च तक सप्ताह का आयोजन किया जाना था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 31 तक कर दिया गया।


डा. सचिन्द्र मिश्रा ने बताया- उन्होंने सप्ताह शुरू होने के साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा के निर्देशन में रणनीति बनाकर काम शुरू कर दिया था। इस काम में ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर सत्यार्थ राय, ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर अमृता प्रजापति, डाटा एंट्री ऑपरेटर रविन्द्र शुक्ला, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी सुनीता का विशेष योगदान रहा।


पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये


योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं,  प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।


 


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