उमंग के साथ करें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में आवेदन

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के उमंग एप पर लाभार्थी कर सकते हैं सेल्फ रजिस्ट्रेशन
28 फरवरी  तक  मनाया जाएगा पीएमएमवीवाई पखवाड़ा,बताया जाएगा उमंग एप के बारे में
  मेरठ, 21 फरवरी 2022। सरकार की ओर से महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं, जिसके तहत उन्हें आर्थिक लाभ दिया जाता है। इसका लाभ सुलभ तरीके से उन तक पहुंच सके, इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से एक एप उमंग जारी किया गया है। इस एप के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पीएमएमवीवाई का सेल्फ  रजिस्ट्रेशन कर योजना का लाभ लिया जा सकता है।


 अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं पीएमएमवीवाई की नोडल डा. पूजा शर्मा ने बताया.उमंग एप के माध्यम से न केवल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चल रही आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
उन्होंने बताया.उमंग एप पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना सहित भारत सरकार की कई योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। इस एप पर फिलहाल 19 राज्यों के 76 विभागों की 380 सेवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से जारी एप के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। उसके लिए लाभार्थी को मात्र अपने मोबाइल पर एप डाउनलोड करना होगा। उमंग एप पर फ्लैगशिप स्कीम पर जाकर पीएमएमवीवाई का विकल्प चुनना है। इसके अलावा उमंग एप पर सीधे पीएमएमवीवाई को सर्च कर सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
पीएमएमवीवाई कीजिला कार्यक्रम समन्वयक रिचा श्रीवास्तव ने बताया.योजना के तहत जनवरी 2017 से अब तक पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को 24.70 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। जिले में अब तक 63820 लाभार्थी योजना का लाभ ले चुके हैं।
पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
योजना के तहत पहली बार मां बनने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता.पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया. पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में गर्भावस्था के छह माह बाद 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।
पीएमएमवीवाई की जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया 21 से 28 फरवरी तक प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना पखवाड़ा मनाया जा रहा है । इसके अर्न्तगत लाभार्थियों को उमंग एप के बारे में बताया जाएगा कि कैसे वह एप के माध्यम से सेल्फ  रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts