गुरु परंपरा को सम्मान देना हमारा दायित्वः सीएम योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गुरु गोबिंद सिंह के 356वें प्रकाश पर्व पर लखनऊ के गुरुद्वारा नाका हिंडोला में माथा टेका। इस दौरान उन्होंने गुरु परंपरा को भी सम्मान देने की सीख दी।
लखनऊ में गुरुद्वारा नाका हिंडोला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस गुरु परंपरा ने देश को एक नई राह दिखाई थी, जिसने देश और धर्म के पथ पर बिछे हुए शूलों को स्वयं अंगीकार कर पुष्प बिछाने का कार्य किया था। उस गुरु परंपरा को सम्मान देना, उसके प्रति श्रद्धा रखना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि भक्ति से लेकर त्याग और बलिदान की एक अमिट परंपरा का नाम ही खालसा पंथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म की रक्षा में सिख गुरुओं का विशेष योगदान है। श्री गुरु गोबिंद सिंह का त्याग व बलिदान समाज को प्रेरणा देगा। धर्म की रक्षा के लिए अपने चारों पुत्रों के बलिदान के बावजूद गुरु गोबिंद सिंह ने धर्म की रक्षा करने में तनिक भी संकोच नहीं किया। धर्म व समाज की रक्षा के लिए सिख समाज का बलिदान सदैव याद रखा जाएगा। गुरु ग्रंथ साहिब के सामने शीश नवाने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह महाराज ने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए विशेष योगदान दिया। सिख गुरु हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं।
मुख्यमंत्री के साथ ही नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, महापौर संयुक्ता भाटिया, कैंट क्षेत्र के विधायक सुरेश चंद्र तिवारी, उप्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंदर सिंह के अलावा त्रिलोचन सिंह के साथ ही बाबा दीप सिंह सोसाइटी के संस्थापक मनमोहन सिंह हैप्पी समेत सिख समाज के लोग शामिल हुए।

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