दो चरणों में चलेगा पखवाड़ा, 28 नवंबर तक मोबेलाइजेशन और 29 से नवंबर से चार दिसंबर तक सेवा प्रदायगी सप्ताह 
 

हापुड़, 11 नबम्बर 2021।
“पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार को आधार बनाया” यह थीम है इस बार 22 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलने वाले पुरुष नसबंदी पखवाड़ा की। परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत पुरुषों की सहभागिता बढ़ाने के लिए पुरुष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जाता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने बताया- प्रजनन स्वास्थ्य की दृष्टि से पुरुष नसबंदी बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक मामूली शल्य क्रिया है। महिला नसबंदी की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित भी है। पुरुष नसबंदी के लिए न्यूनतम संसाधनों एवं बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया हर वर्ष यह पखवाड़ा 21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक मनाया जाता है, लेकिन इस बार 21 नवम्बर को रविवार होने के कारण इसका शुभारंभ 22 नवम्बर को होगा। जनपद में पखवाड़े को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। औद्योगिक क्षेत्रों पर इस बार विशेष फोकस रखा जाएगा। 
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. प्रवीण शर्मा ने बताया चालू वित्तीय वर्ष में जनपद को शासन से 55 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य मिला था। अब तक 19 पुरुष नसबंदी हो चुकी हैं। पुरुष नसबंदी पखवाड़े की कामयाबी के लिए पुरुष नसबंदी विशेषज्ञ डा. सुनील गुप्ता और डा. रणजीत आर्या ने संपर्क में आने वाले लोगों की काउंसलिंग शुरू कर दी है। औद्योगिक इकाईयों में प्रबंधन से संपर्क कर स्टाफ के साथ बैठकें कर पुरुष नसबंदी के लिए मोबेलाइजेशन किया जाएगा। अब तक किए गए प्रयासों के सहारे उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि पखवाड़े के दौरान अच्छा रेस्पांस मिलेगा। उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी एक मामूली सी शल्य क्रिया है, मिनी ऑपरेशन थिएटर में ही इसे अंजाम दिया जा सकता है। जरूरत बस इस बात की है कि पुरुष अपने मन से इसका भय निकालें और परिवार नियोजन कार्यक्रम में बराबर की जिम्मेदारी का एहसास करें।
परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया पहले चरण में 22 से 28 नवम्बर तक मोबेलाइजेशन चरण के दौरान परिवार नियोजन के स्थाई साधन नसबंदी को अपनाने के लिए पुरुषों की काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद दूसरा चरण सेवा प्रदायगी होगा, जो 29 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलेगा। इसमें इच्छुक व पंजीकृत लाभार्थियों को नसबंदी की सेवा प्रदान की जाएगी। नसबंदी पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन की अन्य गतिविधियां यथावत जारी रहेंगे। इच्छुक दम्पति को अन्य  गर्भनिरोधक साधन- महिला नसबंदी, अंतराल एवं पोस्टपार्टम आईयूसीडी, अंतरा छाया भी उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी कराने पर शासन की ओर से प्रोत्साहन राशि के रूप में 2000 रुपए प्रदान किए जाते हैं। यह राशि लाभार्थी के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts