तीन दिवसीय बेबिनार में जुटे देश-विदेश के कृषि वैज्ञानिकों ने ग्लोबल वार्मिग और तकनीकि कुप्रबंधन पर रखे विचार
By News Prahari -
मेरठ। जलवायु परिवर्तन ओर बढ़ती जनसंख्या देश ही नहीं विश्व के लिए भी आने वाले समय में कृषि के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आने वाली है। यह बातेंं भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरम, मेरठ द्वारा आजादी के अमृत महोत्स्व थीम के तहत जलवायु परिवर्तन और संसाधन संरक्षण के लिए वैकल्पिक फसल प्रणालियां विषय पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार कांफ्रेंस (वर्चुअल) के दौरान देश विदेश के जुड़े वैज्ञानिकों ने कहीं। वैज्ञानिकों ने इस बात पर चिंता जताई कि इसको लेकर कोई भी देश की सरकारें गंभीर नहीं हैं। जबकि यह आने वाले समय की सबसे बड़ी समस्या है। तीन दिन चली इस सेमिनार का उद्घाटन डॉ. पीयूष पुनिया, विभागाध्यक्ष, कृषि प्रणाली विभाग ने अतिथियों के स्वागत संबोधन से किया।
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