फोन की रिकॉर्डिंग से पुलिस पहुंची हत्यारे तक
बिजनौर।  बिजनौर में खो-खो की नेशनल खिलाड़ी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी शहजाद को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को पुलिस ने पूरे मामले में खुलासा करते हुए बताया कि दुष्कर्म में विफल होने पर रेलवे के मजदूर शहजाद ने नेशनल खिलाड़ी रह चुकी युवती की हत्या को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी नशेड़ी है और बिजनौर के आदमपुर का रहने वाला है।
गौरतलब है कि खो-खो की नेशनल खिलाड़ी की हत्या मामले में पुलिस हर बिंदू पर जांच में जुटी थी। इसी दौरान खिलाड़ी युवती के एक परिचित ने अपने फोन पर उससे वारदात के वक्त बात करने की रिकॉर्डिंग पुलिस को दी। इसी रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस हत्यारे तक जा पहुंची। पुलिस ने आज सुबह प्रेस वार्ता में पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
वारदात के वक्त वह किसी परिचित से फोन पर बात कर रही थी। इस दौरान किसी के दबोचने पर वह चिल्लाई, अंकल मुझे छोड़ दो... मैं मर जाऊंगी... परिचित ने किसी अनहोनी की आशंका पर रिकार्डिंग शुरू कर दी। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके बाद फोन गिर गया लेकिन रिकार्डिंग चालू रही, उसमें बिटिया के हत्यारोपियों से किए जा रहे संघर्ष के दौरान कही जा रही बातें रिकॉर्ड हुई है।
अंकल शब्द ने पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हत्यारा परिचित है या अधेड़ उम्र। घटना के खुलासे में पुलिस के लिए यह रिकार्डिंग काफी अहम साबित हुई है। पुलिस अधिकारियों ने मोबाइल में रिकॉर्ड कॉल की एक ऑडियो जांच की और केस की तह तक पहुंच गई।
जांच में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि खिलाड़ी जब फोन पर बात कर रही थी। दूसरी ओर कॉल पर मौजूद युवक से पूछताछ में सामने आया है कि खिलाड़ी ने सबसे पहले अंकल छोड़ो मुझे, मैं मर जाऊंगी शब्दों का इस्तेमाल करीब तीन से चार बार किया। युवक को मामला गड़बड़ लगा तो उसने रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। करीब पौने दो मिनट की इस ऑडियों में बिटिया ने हत्यारे से खुद को छुड़ाने की भरपूर कोशिश भी की और गुहार भी लगाई।

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