पीएचसी रजपुरा जिले में प्रथम, मिलेंगे दो लाख रुपये पीएचसी फफूंडा व दुल्हेड़ा को पुरस्कार स्वरूप मिलेंगे 50-50 हजार रुपये
मेरठ, 21 अगस्त 2021। जनपद के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र /हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (पीएचसी) रजपुरा, फफूंडा और दुल्हेड़ा को कायाकल्प अवार्ड योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 का पुरस्कार मिला है। पीएचसी रजपुरा जिले में पहले स्थान पर है। रजपुरा पीएचसी को 85.25 अंक प्राप्त हुए हैं। इसे पुरस्कार के रूप में दो लाख रुपये मिलेंगे जबकि पीएचसी फफूंडा व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर/ पीएचसी दुल्हेड़ा को 50-50 हजार रुपये मिलेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय द्वारा प्रदेश के 75 जिलों से कायाकल्प अवार्ड के लिए चुने गये 295 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की सूची जारी की गयी है। गौरतलब है कि जनपद मेरठ के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) हस्तिनापुर व सरूरपुर को पहले ही कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है। प्रदेश स्तर पर पुरस्कार मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में खुशी का माहौल है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया- केन्द्र सरकार ने सभी चिकित्सा इकाइयों में स्वच्छता व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए वर्ष 2015 में कायाकल्प अवार्ड की शुरुआत की थी। उन्होंने बताया जिला अस्पताल, उप.विभागीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के तहत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र, जो उच्च स्तर की स्वच्छता, साफ-सफाई एवं संक्रमण पर नियंत्रण और बेहतर चिकित्सा सुविधा के मूल्यांकन में खरे उतरते हैं, उन्हें कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है। इसमें चिकित्सा इकाई पर रोगी की संतुष्टि का भी मूल्यांकन किया जाता है। उन्होंने बताया-कायाकल्प से पुरस्कृत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रजपुरा ने 85.25 अंक हांसिल किये हैं। जबकि पीएचसी फंफूडा ने 78.25 अंक ओर हेल्थ एंड वेलनेस सेँटर दुल्हेड़ा ने 73.60 अंक प्राप्त किये है। उन्होंने बताया केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार अवार्ड के लिए प्राविधानित धनराशि का 75 प्रतिशत चिकित्सालय के नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैन्डर्ड एवं कायाकल्प अवार्ड स्कीम के अंतर्गत चिन्हित गैप क्लोजर, सुदृढ़ीकरण, रख रखाव, स्वच्छता व्यवस्था इत्यादि सुनिश्चित किये जाने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे चिकत्सालय के स्कोर में वृद्धि हो सके। शेष 25 प्रतिशत धनराशि चिकित्सा इकाइयों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों नियमित, संविदा एवं आउट सोर्स के उत्साहवर्धन के लिए इंसेंटिव के रूप में दी जाती है। अवार्ड विजेता चिकित्सा इकाई को अवार्ड धनराशि में से इंसेंटिव धनराशि का उपयोग चिकित्सालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कैश अवार्ड, क्षमता वृद्धि के लिए प्रशिक्षण, चिकित्सालय में कर्मचारियों के कार्यस्थल पर आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक गतिविधियों पर नियमानुसार व्यय किया जाता है। उन्होंने बताया कायाकल्प अवार्ड स्कीम के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में इंटरनल, पियर एवं एक्सटर्नल असेसमेंट कार्य पूर्ण किया जाता है। वर्ष 2020-21 में कोविड 19 को देखते हुए केन्द्र सरकार के निर्देश के क्रम में दो सदस्यीय टीम द्वारा एक्सटर्नल असेसमेंट वर्चुअल प्लेट फार्म के माध्यम से कराया गया।
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