वैज्ञानिकों के अनुसार जैसे जैसे आप पृथ्वी में निचे की जाते चले जाते हैं वैसे वैसे अंदर ताप बदना शुरू हो जाता है ,इसलिए ऋशि मुनियों ने कहा है कि पृथ्वी तत्व का निर्माण अग्नि तत्व से हुवा है ,इसलिए नेऋत्य कोण [दक्षिण-पश्चिम] में जैसे ही अग्नि तत्व से सम्बन्धित कोई तत्व सांकेतिक रूप से रखते हैं वैसे ही पृथ्वी तत्व विकसित हो जाता है "कमरे के नेऋत्य कोण में जलती हुई मोमबत्ती रखने से पति पत्नी के सम्बन्धों में प्रगाड़ता आती है" एक कांच का बर्तन लेकर उसमें सुंदर पत्थर डालकर कुछ मोमबत्ती को जलाकर शयन कक्ष के नेऋत्य कोण में रखें इससे विवाह का कोना विकसित होता है mr bijender singh astro vaastu consultant cell 9311083514 **पूरा ब्रम्हांड पांच तत्वों से मिलकर बना है ,ये पांच तत्व है --अग्नि ,वायु ,पृथ्वी ,जल और आकाश **हमारे निर्माण कार्य में जब ये पांच तत्व संतुलन की अवस्था में रहते हैं तब हमारे जीवन में संतुलन बना रहता है **जब हमारे शारीर में कोई एक तत्व असंतुलित होता है तो एक्युप्रेशर या एक्युपंचर की पद्धति से हाँथ के किसी बिंदु पर दबाव बनाकर उस तत्व को विकसित करके रोग का उपचार करते हैं **ठीक इसी तरह वास्तु शास्त्र में किसी एक तत्व पर अधिक ध्यान देकर उस तत्व को विकसित कर सकते है **अगर किसी परिवार में विवाह में कोई बाधा है या वैवाहिक जीवन में कोई अवरोध है तो विवाह के कोने को विकसित करना चाहिए **नेऋत्य कोण [दक्षिण-पश्चिम] वास्तु शास्त्र के अनुसार विवाह का कोना होता है **नेऋत्य कोण का तत्व पृथ्वी तत्व होता है ,और पृथ्वी का निर्माण हुवा है अग्नि तत्व से **इसलिए कमरे के नेऋत्य कोण में जब अग्नि तत्व से सम्बन्धित जब भी कोई वास्तु रखी जाती है तो विवाह का कोना विकसित होता है **इसलिए कमरे के नेऋत्य कोण में जलती हुई मोमबत्ती रखने से विवाह में आने वाले अवरोध दूर हो जाते हैं ,मोमबत्ती के साथ लाल गुलाब की कुछ पंखुडियां भी रखें इससे आपका इंतजार भी समाप्त होगा **जो पति पत्नी अलग अलग रहते हैं उनको भी ये छोटा सा प्रयोग करना चाहिए ** कमरे के नेऋत्य कोण में जलती हुई मोमबत्ती रखने से पति पत्नी के सम्बन्धों में प्रगाड़ता आती है ** ड्राइंग रूम के नेऋत्य कोण में जलती हुई मोमबत्ती रखने से सामाजिक/सार्वजानिक सम्बन्धों में नये आयाम स्थापित होते हैं **इसलिए सार्वजानिक जीवन में काम करने वाले लोगों को नेऋत्य कोण को विकसित करना चाहिए
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