उम्मीदवारों के समर्थक खोजी अभियान में जुटे 

मेरठ। मेरठ जिले के 12 ब्लॉकों में होने वाले ब्लाक प्रमुख के चुनाव की घोषणा के बाद अधिकांश क्षेत्र पंचायत सदस्यों (बीडीसी) का मोबाइल बंद हो गया है। वे अपने घरों से गायब हो गए हैं। बीडीसी सदस्यों को उम्मीदवार अपने समर्थकों सहित तलाश रहे हैं। बीडीसी सदस्यों की तलाश रिश्तेदारों के अलावा उनके परिजनों के यहां भी की जा रही है। लेकिन कहीं उनका पता नहीं चल रहा है। 

जिले के 12 ब्लाकों में खरखौदा, मेरठ, रजपुरा, रोहटा, हस्तिनापुर, माछरा, मवाना, परीक्षितगढ, दौराला, सरधना और सरूरपुर हैं। इन सभी 12 ब्लॉकों में प्रमुख पद का चुनाव दस जुलाई को होगा। इसमें अभी तक सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही होने की संभावना है। हालांकि मेरठ में समाजवादी पार्टी की सक्रियता ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में काफी कम है। लेकिन भीतरखाने समाजवादी पार्टी कुछ उम्मीदवारों को समर्थन दे रही है। कुछ जगहों पर निर्दलीय भी मैदान में उतरे हुए हैं। लेकिन इससे पहले अधिकांश क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया है। किसे समर्थन देना है, यह उन्होंने लगभग-लगभग तय कर रखा है। इसलिए कोई और उम्मीदवार उनसे बात न कर सके, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है। वे कहां हैं, इस बारे में उनके घरवाले भी अनिभिज्ञता जता रहे हैं। सूत्रों की मानें तो गायब क्षेत्र पंचायत सदस्य मतदान से एक दिन पहले रात को या फिर मतदान वाले दिन सुबह ही सामने आएंगे।
समाजवादी पार्टी ने ब्लॉक प्रमुख के लिए प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। लेकिन कई ब्लॉकों में कई दावेदार सामने आ चुके हैं, जिसे लेकर नेताओं ने विचार-विमर्श कर यहां किसी को भी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी न बनाने का निर्णय लिया गया था। इसके अलावा खरखौदा और सरधना ब्लॉक में सबसे कम उम्मीदवार हैं। सरधना में तो भाजपा विधायक संगीत सोम की पत्नी ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार हैं। उनके सामने अभी तक किसी ने पर्चा नहीं भरा है।

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