मेरठ। किसानों ने अगर सिंचाई के लिए खेत पर बोरिंग करा रखी है। इंजन या बिजली की मोटर लगाने की तैयारी कर रहे हैं तो यह खबर उनके लिए लाभकारी हो सकती है। डीजल इंजन और बिजली के बगैर निर्वाद्ध सिंचाई का साधन आपको आसानी से मिल सकता है। किसानों को सौर ऊर्जा से संचालित सोलर पंप पर 40 से 70 फीसद तक का अनुदान दे रहा है। पिछले वर्ष के मुकाबले सोलर पंप में किसानों के अंशदान में 50 फीसद तक की कमी आई है। 
दो एचपी डीसी व एसी सर्फेस पंप की बाजार में कीमत 1,24420 रुपये है जबकि किसानों को मात्र 37,326 रुपये ही भुगतान करना है। तीन एचपी डीसी व एसी सबमर्सिबल की बाजार में कीमत 1,88600 रुपये है, लेकिन किसान 56,580 रुपये भुगतान करके इसे अपने खेत में लगवा सकते हैं। पांच एचपी एसी सबमर्सिबल बाजार में 2,43590 रुपये है और किसानों को मात्र 1,46154 रुपये का भुगतान करना है। किसानों के अंशदान की नई दरें लागू हो गई हैं। कोरोना संक्रमण के चलते अनुदान में बढ़ोतरी की गई है। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर चयन किया जाएगा।
ऐसे करें आवेदनः ऐसे किसान जो सोलर पंप या सबमर्सिबल लेना चाहते हैं वे अपने नजदीकी सहकारी बीज विक्रय केंद्र या जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकते हैं। उप कृषि निदेशक ने बताया कि पंजीयन के उपरांत किसानों को सोलर पंप के लिए प्रार्थना पत्र देना होगा। बोरिंग होने के प्रमाण पत्र, खतौनी और परिचय पत्र और किसान अंशदान का ड्राफ्ट भी लगाना होगा। किसान यूपीएग्रीकल्चर डॉट काम या फिर टोल फ्री नंबर 18002001050 पर फोन करके निश्शुल्क पंजीयन करा सकते हैं।

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