नोएडा के बीएड कालेज की मान्यता रद ,कार्यपरिषद की बैठक में लिये गये निर्णय
मेरठ। शुक्रवार को कोविड.19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जूम एप के माध्यम से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो नरेंद्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में कार्य परिषद की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें अन्य निर्णयों के अलावा निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में कार्यरत- नियुक्त उन सभी कर्मचारियों व शिक्षकों के लिए उचित नियुक्ति पत्र अनुबंध पत्र स्वीकृत किए तथा सेल्फ अप्रेजल फॉर्म तैयार कर प्रत्येक संकाय के डीन को अपने अपने संकाय के ऐसे अनुबंध पत्रों को तैयार करवाने के लिए आदेशित किया गया। स्ववित्त पोषित संस्थानों में कार्यरत किसी भी शैक्षिक गैर शैक्षणिक कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में उसी संस्थान में उपलब्ध बजट के आलोक में मृतक आश्रित कोटे से परिवार के एक सदस्य को उसकी अर्हता के अनुरूप पद पर नौकरी दी जाएगी। एमबीबीएस के 2018 के दो छात्रों के उत्तरपुस्तिका प्रकरण में एसआईटी द्वारा की गयी विवेचना के आलोक में विवि द्वारा संज्ञान लेते हुए गठित की गयी समिति की संस्तुति को स्वीकृत किया जिसके अनुसार उपकुलसचिव अरूण यादव के निष्कासन के सम्बंध में शासन को अग्रेतर कार्यवाही के लिए पत्र भेजे जाने का निर्णय लिया गया।
सर छोटूराम इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी में शिक्षकों को पुनर्नियोजन के लिए आवेदन करने हेतु एक सप्ताह का समय दिया गया तथा एक समिति का गठन किया गया जिसकी अनुशंसा के आधार पर ही पुनर्नियोजन की प्रक्रिया की जाएगी। अन्यथा की स्थिति में आवश्यकतानुसार चयन प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाएगी। सर छोटूराम इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी के शिक्षक अनुराग त्यागी के खिलाफ तीन सदस्यों की अनुशासन समिति का गठन किया गया है।
सर छोटूराम इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी के इलेट्रॉनिक एंड इंस्टूमेन्टेशन ब्रांच को अत्यधिक घाटे की स्थिति में होने के कारण इस वर्ष से प्रवेश नही लिए जाएँगे। उसमें कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को सांख्य निर्धारण के आलोक में कार्यानुबंध किया जाएगा। इस बात की सम्भावना पर भी विचार किया जाएगा कि किसी ऐसे विषय को प्रारम्भ किया जाए जो आधुनिक बाजार की माँग के अनुरूप हो जिससे अधिक से अधिक शिक्षकों एवं कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार समायोजित किया जा सके। 14 शोध छात्रों को शोध उपाधि प्रदान की गयी।
सर छोटूराम इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी में कार्यरत कार्यालय अधीक्षक श्रीकांत अरोडा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए दो सदस्य कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया।
हाईरैंक बिजनेस स्कूल नॉएडा द्वारा स्ववित्त पोषित योजना के अंतर्गत चल रहे बीएड कोर्स की मान्यता रदद करने का अनुरोध किया गया था जिसको स्वीकृत किया गया। बैठक में प्रति कुलपति प्रो वाई विमला कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, वित्त अधिकारी सुशील गुप्ता, प्रो हरे कृष्णाए प्रो. जयमाला, प्रो एसएस गौरव, प्रो, अनिल मलिक, प्रो, विजय जायसवाल, डॉ, अल्पना अग्रवाल, डॉ. प्रदीप चैाधरी, डॉ सुधीर कुमार, डॉ मोनिका सिंह, डॉ दिव्यनाथ, डॉ.जीएल गौतम, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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