मेरठ। ऋषभदेव अकादमी प्रकरण में लाखों रुपये की हेरा-फेरी, ग़बन व छेड़-छाड़ और अश्लील हरकतों के आरोपी छात्रवृति घोटाला करने वाले रंजीत जैन को सदर बाजार पुलिस ने आज स्पेशल जीजेएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जेल जाने से पहले रंजीत जैन ने अपने आप को निर्दोष बताया और कहा कि वह जेल से वापस लौटकर अपना हिसाब चुकाएगा। उसके पास सभी के खिलाफ सबूत हैं। मौका आने पर वह उन सबूतों को कोर्ट में रखेगा और जिन लोगों ने उसे साजिश के तहत फसाया है उनको जेल भेजकर ही दम लेगा। मामला वर्ष 2020 का है, जब थाना सदर बाजार में ऋषभदेव अकादमी के प्रबंधक रंजीत जैन के खिलाफ 420, 406,467,448 की धाराओं में पंजीकृत हुआ था। रंजीत जैन को बंगलुरु से कर्नाटक पुलिस और थाना सदर बाजार मेरठ की पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसको हवाई जहाज के रास्ते लेकर मेरठ लेकर आई थी। आज उसको न्यायालय में पेश किया गया। जहां से न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। रंजीत जैन के अधिवक्ता का कहना है कि रंजीत जैन को एक साजिश के तहत फंसाया गया है। 35 लाख के गबन की बात जिस समय की हो रही है उस समय तो देश में लॉकडाउन था और स्कूल बंद था। उस समय कोई अभिभावक फीस भी नहीं जमा कर रहा था। उन्होंने कहा कि वे ऊपर अपील करेंगे और जल्द से जल्द रंजीत जैन की जमानत कराएंगे।
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