मेरठ। चौ.चरण सिंह विवि में दो जुलाई से स्नातक.स्नातकोत्तर की मुख्य और आठ से अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा में छात्रों को समय ज्यादा और सवाल कम मिलेंगे। केंद्रों पर किसी भी स्थिति में भीड़ नहीं होगी। परीक्षा से पहले कॉलेज शिक्षक, स्टॉफ और छात्र.छात्राओं का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कराना होगा। परीक्षा में कमरों के दरवाजेए खिड़कियां और रोशनदान खुले होने चाहिए। 
कुलपति प्रो.एनके तनेजा ने कॉलेज प्राचर्यों के साथ ऑनलाइन बैठक करते हुए उक्त निर्देश दिए। देर शाम विवि ने दो जुलाई से प्रस्तावित परीक्षाओं के लिए गाइडलाइन भी जारी कर दी। मुख्य एवं सेमेस्टर परीक्षा में तीन लाख छात्र शामिल होंगे। विवि के अनुसार केंद्रों पर सामाजिक दूरी के नियमों का पालन होना चाहिए। कक्ष के अंदर भी छात्रों के बैठने में इस नियम को लागू करना होगा। परीक्षा से पहले और बाद में सेनेटाइजेशन अनिवार्य होगा। फेस मास्क और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी रहेगी। विवि ने परीक्षाओं में छात्र.छात्रा, स्टॉफ और शिक्षकों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्य परीक्षा के 226 और प्रोफेशनल के 57 केंद्रों पर कॉलेज सीएमओ से संपर्क करते हुए अपने यहां विशेष शिविर भी लगवा सकेंगे। यदि कॉलेजों ने दिलचस्पी ली तो 29 अगस्त तक चलने वाली विवि की परीक्षाओं में 18 से 44 साल के तीन लाख स्टूडेंट को वैक्सीन की डोज दी जा सकेगी।
 डेढ घंटे के पेपर में देने होंगे कम सवाल के उत्तर 

मुख्य और सेमेस्टर परीक्षा में छात्र.छात्राओं को डेढ़ घंटे के पेपर में कम सवालों के ही जवाब देने होंगे। विवि के पेपर चूंकि तीन घंटे के हिसाब से बने हुए हैं, ऐसे में विवि ने डेढ़ घंटे की अवधि से सवालों की संख्या को आधे से भी कम कर दिया है।डीन की समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार करते हुए आजप्रस्तावित एकेडमिक काउंसिल के लिए भेज दी। इस रिपोर्ट पर आज अंतिम मुहर लगेगी। इसके बाद विवि पेपर के लिए निर्देश जारी करेगा। कमेटी सदस्यों के अनुसार विस्तृत उत्तरीय सेक्शन में छात्रों को केवल आधे ही सवाल करने होंगे। कुछ विषयों में यह दो और कुछ में एक सवाल का भी विकल्प मिलेगा। अति लघु और लघु प्रश्नों में भी विकल्पों की संख्या बढ़ा दी गई है। यानी छात्रों को आधे ही सवालों के जवाब देने होंगे। परीक्षा से पहले कक्ष निरीक्षण छात्रों को सवालों की संख्या के बारे में बताएंगे। ऑब्जेक्टिव पैटर्न में 75 सवालों के जवाब देने होंगे।
इंटरनल एग्जाम ऑफलाइन ही, लेकिन सवाल कम
विवि ने इंटरनल परीक्षाओं को ऑफलाइन ही कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि कॉलेजों को इसके लिए समय और सवाल दोनों न्यूनतम रखने होंगे ताकि छात्रों की भीड़ न लगे। इस वर्ष की मुख्य परीक्षा में प्रैक्टिकल नहीं होंगे। वायवा ऑनलाइन रहेंगे। कॉलेजों ने परीक्षा और प्रैक्टिकल के बिलों के समायोजन नहीं होने का मुद्दा उठाया। कुलपति प्रो.एनके तनेजा ने कॉलेजों से बिलों की जानकारी ईमेल पर भेजने के निर्देश दिए। कुलपति ने भरोसा दिया कि भविष्य में एक हफ्ते में प्रैक्टिकल बिलों का समायोजन किया जाएगा।

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