अरंविन्द की तोजपोशी पर लगा विराम 


Lucknow 
।  प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले सरकार और संगठन में बदलाव की संभावना को लेकर चले सियासी दांव.पेंच के बीच पीएम  मोदी के करीबी अरविंद शर्मा को भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया गया। इसके साथ प्रदेश भाजपा और सियासी गलियारे में यह संदेश चला गया है कि शीर्ष नेतृत्व योगी की इच्छा के विरुद्ध कोई काम नहीं करना चाहता है। इसके अलावा अब अरविंद शर्मा के मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा पर भी विराम लग गया है। साथ ही शीर्ष नेतृत्व ने यह भी संदेश देने की कोशिश की है कि प्रदेश भाजपा में सब कुछ ठीक चल रहा है।
 बता दें २०२२ में  होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा में सरकार और संगठन को लेकर घमासान चल रहा है। चर्चा थी कि मोदी के करीबी अरविंद शर्मा को कैबिनेट में मंत्री बनाकर उन्हें गृह और कार्मिक विभाग की जिम्मेदारी दी जाएगी। वहीं सीएम योगी किसी भी कीमत पर अरविंद शर्मा को गृह और कार्मिक विभाग देने को तैयार नहीं थे। दिल्ली और लखनऊ के बीच चले इस घमासान को रोकने के लिए संघ और भाजपा के शीर्ष पदाधिकारियों ने कई दौर की बैठकें की थीं। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने लखनऊ में कई दौर की बैठकें कीं और अपनी रिपोर्ट राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा  को सौंपी। 
इसके अलावा संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने भी दिल्ली और लखनऊ में बैठक कर दिल्ली दरबार और लखनऊ के टकराव को रोकने के लिए बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की। खुद सीएम योगी को दिल्ली तलब किया गया। पीएम मोदी , गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्टï्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ बैठक हुई। इसके बाद शीर्ष नेतृत्व ने सब.कुछ ठीक होने का संदेश देने की कोशिश की। शीर्ष नेतृत्व जानता है कि चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा में किसी प्रकार का टकराव उसे भारी पड़ सकता है।

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